इस देश में Pfizer लगवाने के बाद 13 लोगों की हुई मौत, 29 लोगों में दिखे साइड इफेक्ट
अब तक 33 हजार लोगों को लगी है वैक्सीन
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। ओस्लो (नॉर्वे): कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ दुनियाभर के कई देशों में लोगों को वैक्सीन (Corona Vaccine) लगाई जा रही है, लेकिन इस बीच फाइजर वैक्सीन (Pfizer Vaccine) को लेकर सवाल उठने लगे हैं, क्योंकि नॉर्वे (Norway) में साइड इफेक्ट के बाद 13 लोगों की मौत हो चुकी है.
अब तक 33 हजार लोगों को लगी है वैक्सीन
नए साल से 4 दिन पहले नॉर्वे (Norway) में फाइजर वैक्सीन (Pfizer Vaccine) लगाने की शुरुआत हुई थी और 67 साल के सविन एंडरसन को पहला टीका लगाया गया था. इसके बाद से अब तक 33 हजार लोगों को टीका लगाया जा चुका है. वैक्सीनेशन के शुरुआत के साथ ही घोषणा कर दी गई थी कि कुछ लोगों को साइड इफेक्ट होंगे.
29 लोगों में साइड इफेक्ट देखे गए
रूसी समाचार एजेंसी स्पूतनिक की रिपोर्ट के अनुसार नॉर्वेजियन मेडिसिन एजेंसी ने कहा है कि 29 लोगों में साइड इफेक्ट देखे गए हैं, जबकि टीका लगाने के बाद से अब तक 23 लोगों की मौत को वैक्सीनेशन से जोड़कर देख जा रहा है. हालांकि अब तक इनमें से केवल 13 मरीजों की ही जांच की गई है. एजेंसी के मेडिकल डायरेक्टर स्टेइनार मैडसेन (Steinar Madsen) ने देश के राष्ट्रीय प्रसारक एनआरके से बातचीत में कहा, '13 मौतों में नौ गंभीर साइड इफेक्ट के मामले हैं.'
मरने वालों की उम्र 80 साल से ज्यादा
डायरेक्टर स्टेइनार मैडसेन (Steinar Madsen) ने कहा, 'जांच में पता चला है कि जिन लोगों की मौत हुई है उनमें से ज्यादातर कमजोर या बुजुर्ग थे, जो नर्सिंग होम में रहते थे. मृतकों की उम्र 80 साल से ज्यादा है और उनमें कुछ 90 साल से अधिक भी हैं.' उन्होंने कहा, 'ऐसा लगता है कि इनमें से कुछ लोगों को वैक्सीन (Corona Vaccine) लगवाने के बाद बुखार और बेचैनी का सामना करना पड़ा होगा. इसके बाद वे गंभीर रूप से बीमार हो गए और फिर उनकी मौत हो गई.'
साइड इफेक्ट से चिंतित नहीं प्रशासन
मैडसेन ने जोर देकर कहा, 'ये मामले दुर्लभ हैं और हजारों लोगों को बिना किसी घातक परिणाम के टीका लगाया जा चुका है. इसका मतलब है कि जिन लोगों की मौत हुई है, वे हृदय से संबंधित बीमारी, डिमेन्सिया और कई अन्य गंभीर बीमारियों से ग्रसित थे.' उन्होंने आगे कहा, 'प्राधिकरण अब तक पुष्टि किए गए साइड इफेक्ट के मामलों से चिंतित नहीं है. यह स्पष्ट है कि वैक्सीन का कुछ बीमार लोगों को छोड़कर बहुत कम खतरा है.'