केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने किया प्लैगऑफ, अब खाने के तेल से बनेगा डीजल

हटाकर अधिक उत्पादक उद्देश्य की ओर मोड़ने में भी मदद करेगा.

Update: 2021-05-05 02:44 GMT

कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के बीच सरकारी तेल कंपनी इंडियन ऑयल (Indian Oil) ने बायोडीजल पेश किया है. यह बायोडीजल खाना पकाने के लिए इस्तेमाल किए गए तेल से बना है. यह पहल स्वदेशी बायोडीजल (Biodiesel) आपूर्ति को बढ़ाने, आयात निर्भरता कम करने और ग्रामीण रोजगार को पैदा करके राष्ट्र को पर्याप्त आर्थिक लाभ प्रदान करेगी. बायोडीजल एक वैकल्पिक ईंधन है, जो पारंपरिक या फॉसिल डीजल की तरह है. यह वनस्पति तेलों, एनिमल फैट, चरबी और वेस्ट कुकिंग ऑयल से उत्पादित किया जाता है. बायोडीजल का एक विशिष्ट लाभ इसकी कार्बन न्यूट्रेलिटी है.

पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस और इस्पात मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इंडियन ऑयल के टिकरीकलां टर्मिलन, दिल्ली से आईओआई योजना के तहत UCO (Used Cooking Oil) आधारित बायोडीजल मिश्रित डीजल की पहली आपूर्ति को हरी झंडी दिखाई.
UCO को बायोडीजल में परिवर्तित करने और उद्यमिता के अवसरों को विकसित करने को लेकर एक इकोसिस्टम बनाने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के साथपेट्रोलियम एवंप्राकृतिक गैस मंत्रालय ने 10 अगस्त, 2019 को विश्व जैव ईंधन दिवस के अवसर पर "प्रयुक्त खाद्य तेल से उत्पादित बायोडीजल" की खरीद के लिए अपनी दिलचस्पी व्यक्त की थी.
31 मार्च 2021 तक 51 किलोलीटर बायोडीजल मिला


इस पहल के तहत, ओएमसी 5 साल के लिए समय-समय पर वृद्धिशील मूल्य की गारंटी देते हैं और संभावित उद्यमियों को दस साल के लिए ऑफ-टेक गारंटी देती हैं. अब तक, इंडियन ऑयल ने 22.95 करोड़ लीटर (557.57 टीपीडी)की कुल क्षमता वाले बायोडीजल संयंत्रों के लिए 23 एलओआई भी जारी की है. इस पहल के तहत, इंडियन ऑयल को दिल्ली स्थित अपने टिकरीकलां टर्मिनल 31 मार्च, 2021 तक 51 किलोलीटर (केएल)यूसीओ-बायोडीजल का प्राप्त हुआ है.
इंडियन ऑयल के टिकरीकलां टर्मिनल से यूको आधारित बायोडीजल की पहली आपूर्ति के बारे में प्रधान ने कहा, यह भारत के जैव ईंधन के क्षेत्र में एक मील का पत्थर है और इसका पर्यावरण पर सकारात्मक असर पड़ेगा. यह पहल स्वदेशी बायोडीजल आपूर्ति को बढ़ाने, आयात निर्भरता कम करने और ग्रामीण रोजगार को पैदा करके राष्ट्र को पर्याप्त आर्थिक लाभ प्रदान करेगी. उन्होंने इस दिशा में ओएमसी द्वारा निभाई गई सक्रिय भूमिका की सराहना की और बताया कि 30 एलओआई पहले दी जारी किए जा चुके हैं.
पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सचिव तरूण कपूर ने कहा, इस शुरुआत के साथ जैव ऊर्जा का एक नया युग शुरू हुआ है, जो भारतीय पेट्रोलियम क्षेत्र में क्रांति लाएगा. बायोडीजल में फीडस्टॉक की उपलब्धता एक चुनौती है और यूसीओ का लाभ उठाना एक बड़ी सफलता हो सकती है, जो हमें 5 फीसदी बायोडीजल सम्मिश्रण के लक्ष्य तक पहुंचाने में सक्षम बनाएगी. यह अस्वास्थ्यकर प्रयुक्त तेल को खाद्य श्रृंखला से हटाकर अधिक उत्पादक उद्देश्य की ओर मोड़ने में भी मदद करेगा.

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