नई दिल्ली (आईएएनएस)। पिछले कुछ महीनों में एफआईआई की मजबूत स्थिति के कारण भारतीय बाजार चमका है। यह बाजार का अब तक का उच्चतम स्तर है। सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन घरेलू शेयर बाजार रौनक के साथ बंद हुए। इसको लेकर कई निवेश रणनीतिकारों के बयान सामने आ रहे हैं।
इक्विटी क्वांटम एएमसी के फंड मैनेजर क्रिस्टी मथाई ने कहा कि भारत निवेश गतिविधि और विकास में तेजी के साथ समकक्ष देशों की तुलना में अलग है। भारतीय अर्थव्यवस्था ने विकास बाधाओं को काफी हद तक ठीक कर लिया गया है।
क्रिस्टी मथाई ने आगेे कहा, देश के बुनियादी ढांचे में लगातार सुधार हो रहा है, कॉर्पोरेट बैलेंस शीट की ताकत में सुधार हुआ है। साथ ही कहा, हालिया तेजी मजबूत आय वृद्धि की संभावना की ओर इशारा करती हैं।
वहीं एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज के प्रमुख बिजनेस डेवलपमेंट इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज जयकृष्ण गांधी का कहना है कि कुल मिलाकर भारतीय बाजार निफ्टी आज की तेजी को छोड़कर पूरे सप्ताह सपाट रहा है, जिसके परिणामस्वरूप निफ्टी नई ऊंचाई पर पहुंच गया है।
उन्होंने कहा कि इस अवधि के दौरान बैंक निफ्टी ने खराब प्रदर्शन किया है और एचडीएफसी विलय के कारण जुलाई में तेजी का नेतृत्व करने के लिए तैयार है।
जनवरी 2022 के बाद से उपभोक्ता विश्वास उच्चतम स्तर पर चढ़ने के साथ अमेरिकी बाजारों ने सकारात्मक डेटा जारी रखा, नए घरों की बिक्री 12.2 प्रतिशत बढ़कर फरवरी 2022 के बाद से उच्चतम स्तर पर पहुंच गई, और अंत में शीर्ष 20 शहरों में अप्रैल में घर की कीमतें 0.9 प्रतिशत बढ़ गईं।
इक्विटीज एडलवाइस एमएफ के सीआईओ त्रिदीप भट्टाचार्य ने कहा कि कठिन वैश्विक मैक्रो वातावरण में आई मजबूती के कारण निफ्टी चढ़ा हैै।
एमओएफएसएल के रिटेल रिसर्च ब्रोकिंग और डिस्ट्रीब्यूशन के प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा कि निफ्टी आखिरकार अपने पिछले उच्च स्तर को पार करने में कामयाब रहा।
उन्होंने कहा कि मजबूत संस्थागत प्रवाह, स्वस्थ मैक्रोज़ और मजबूत आय वृद्धि ने घरेलू बाजार को अपनी नई ऊँचाइयों की ओर अग्रसर किया। आरबीआई द्वारा दरों पर रोक लगाने से कमाई में मजबूत गति जारी रहने की संभावना है। उन्होंने कहा, इस प्रकार मौजूदा मूल्यांकन पर, बाजार में तेजी जारी रहने और उत्साह बने रहने की उम्मीद है।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी.के. विजयकुमार ने कहा कि एचडीएफसी बैंक अपनी अच्छी वृद्धि के बावजूद पिछले तीन वर्षों से निफ्टी में कमजोर प्रदर्शन कर रहा है। विलय के बाद इस खराब प्रदर्शन में बदलाव आने की संभावना है। उन्होंने कहा कि जिस बैंक के पास उल्लेखनीय ट्रैक रिकॉर्ड हैं, उसे विलय से प्राप्त तालमेल से लाभ मिलेगा।