फिर मिल रहा है सस्ता सोना खरीदने का आखिरी मौका, आज से खुल रहा सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना, जानें 10 महत्वपूर्ण बातें
मोदी सरकार एक बार फिर आपके लिए सस्ता सोना बेच दे रही है। इस साल आपके लिए यह आखिरी मौका होगा।
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मोदी सरकार एक बार फिर आपके लिए सस्ता सोना बेच दे रही है। इस साल आपके लिए यह आखिरी मौका होगा। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम (एसजीबी) 2021-22 आठवीं - सीरीज आज यानी 29 नवंबर से पांच दिनों के लिए सब्सक्रिप्शन के लिए खुली रहेगी। एसजीबी की नवीनतम किस्त के लिए निर्गम मूल्य ₹4,791 प्रति ग्राम सोने पर तय किया गया है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने शुक्रवार को यह बात कही।
सरकार द्वारा जारी सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का सब्सक्रिप्शन सॉवरेन गोल्ड बांड में निवेशक को फिजिकल रूप में सोना नहीं मिलता। यह फिजिकल गोल्ड की तुलना में अधिक सुरक्षित है। जानें सॉवरेन बॉन्ड से जुड़ी 10 महत्पूर्ण बातें..
1. मोदी सरकार 8वीं और इस साल आखिरी बार गोल्ड बॉन्ड लेकर आ रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि सोने की कीमत 54000 से 60000 रुपये तक पहुंच सकता है।
2. सरकार की ओर से भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) द्वारा सॉवरेन गोल्ड बांड जारी किए जाते हैं। भौतिक सोने की मांग को कम करने और वित्तीय बचत में घरेलू बचत के एक हिस्से को स्थानांतरित करने के उद्देश्य से 2015 में सॉवरेन गोल्ड बांड योजना शुरू की गई थी।
3. इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन द्वारा 999 शुद्धता वाले सोने के लिए लेटेस्ट क्लोजिंग प्राइस के आधार पर सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड्स का निर्गम मूल्य तय किया जाता है।
बिजनेस से
4. सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में एक वित्तीय वर्ष में एक व्यक्ति अधिकतम 500 ग्राम सोने के बॉन्ड खरीद सकता है। वहीं न्यूनतम निवेश एक ग्राम का होना जरूरी है।
6. बांड जारी होने के पखवाड़े के भीतर स्टॉक एक्सचेंजों पर तरलता के अधीन हो जाते हैं।
7. इसकी सबसे खास बात होती है कि निवेशक को सोने के भाव बढ़ने का लाभ तो मिलता ही है। साथ ही उन्हें इन्वेस्टमेंट रकम पर 2.5 फीसदी का गारंटीड फिक्स्ड इंटरेस्ट भी मिलता है।
8. इश्यू प्राइस पर RBI ने कहा कि यह भारतीय बुलियन और ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड द्वारा प्रकाशित 999 शुद्धता के सोने के क्लोजिंग प्राइस के साधारण औसत के आधार पर तय किया जाता है। ऑनलाइन खरीदने पर इस पर 50 रुपये प्रति ग्राम या 500 रुपये प्रति 10 ग्राम की छूट मिलेगी।
9. इन बॉन्ड्स की अवधि 8 साल की होती है और 5वें साल के बाद ही प्रीमैच्योर विड्रॉल किया जा सकता है।
10. इस पर तीन साल के बाद लांग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लगेगा (मैच्योरिटी तक रखने पर कैपिटल गेन टैक्स नहीं लगेगा) वहीं इसका लोन के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं।
कहां और कैसे मिलेगा
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में एक वित्तीय वर्ष में एक व्यक्ति अधिकतम 500 ग्राम सोने के बॉन्ड खरीद सकता है। वहीं न्यूनतम निवेश एक ग्राम का होना जरूरी है। इस स्कीम में निवेश करने पर आप टैक्स बचा सकते हैं। बॉन्ड को ट्रस्टी व्यक्तियों, HUF, ट्रस्ट, विश्वविद्यालयों और धर्मार्थ संस्थानों को बिक्री के लिए प्रतिबंधित किया जाएगा. वहीं ग्राहकी की अधिकतम सीमा 4 किलोग्राम प्रति व्यक्ति, एचयूएफ के लिए 4 किलोग्राम और ट्रस्टों के लिए 20 किलोग्राम और प्रति वित्तीय वर्ष (अप्रैल-मार्च) समान होगी।