Paytm को चलाने वाली फिनटेक स्टार्टअप कंपनी One97 Communications Ltd का आईपीओ (Initial public offering) आज यानी 8 नवंबर को निवेश के लिए खुल गया है. यह देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा. कंपनी इससे करीब 18,300 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद कर रही है. Paytm के इस सबसे बड़े आईपीओ में निवेश की शुरुआत के साथ ही कंपनी के फाउंडर विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) आज भारतीय युवा कारोबारियों के लिए प्रेरणास्रोत बन गए हैं. यूपी के अलीगढ़ जिले के एक छोटे से गांव के मूल निवासी और एक स्कूल टीचर के बेटे शर्मा आज फोर्ब्स की अरबपतियों की लिस्ट में शामिल हैं.
पढ़ाई के दौरान ही बनाई थी वेबसाइट
विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) ने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से इलेक्ट्रॉनिक्स एवं कम्युनिकेशन में इंजीनियरिंग की डिग्री ली थी. साल 1997 में कॉलेज की पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने एक वेबसाइट indiasite.net की स्थापना की और दो साल में ही इसे कई लाख रुपये में बेच दिया. विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) ने साल 2000 में One97 Communications Ltd की स्थापना की और दो साल में ही इसे कई लाख रुपये में बेच दिया. विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) ने साल 2000 में One97 Communications Ltd की स्थापना की जो न्यूज, क्रिकेट स्कोर, रिंगटोन, जोक्स और एग्जाम रिजल्ट जैसे मोबाइल कंटेन्ट मुहैया करता था. यह Paytm की पैरेंट कंपनी है. इस कंपनी की शुरुआत साउथ दिल्ली के एक छोटे से किराए के कमरे से की गई. Paytm की स्थापना साल 2010 में की गई थी. विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) ने एक इंटरव्यू में बताया था कि मेरे बिजनेस में सबसे बड़ा सबक यह था कि इसमें कैश फ्लो नहीं आने वाला था.
आगे विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) ने कहा था, ' मेरे बचत के पैसे भी जल्द खत्म हो गए और इसके बार मुझे अपने दोस्तों और परिवार के सदस्यों से लोन लेना पड़ा. कुछ दिन में वह भी पैसा खत्म हो गया. अंत में मुझे एक जगह से 8 लाख रुपये का लोन 24 फीसदी ब्याज पर मिला.'
'देवदूत बनकर आए एक शख्स'
विजय शेखर शर्मा (Vijay Shekhar Sharma) ने बताया था, 'मुझे एक सज्जन मिले और उन्होंने कहा कि आप यदि मेरी घाटे वाली टेक्नोलॉजी कंपनी को फायदे में ला दो तो मैं आपकी कंपनी में निवेश कर सकता हूं, मैंने उनके कारोबार को मुनाफे में ला दिया और उन्होंने मेरी कंपनी One97 Communications Ltd की 40 फीसदी इक्विटी खरीद ली.' Vijay Shekhar Sharma का कहना है कि साल 2011 में कई तरह के आइडिया आए, लेकिन अंत में हमने स्मार्टफोन से पेमेंट की व्यवस्था को चुना, तब भारत में टेलीकॉम बूम पीक पर था. इस तरह 'मोबाइल के द्वारा पेमेंट' वाले पेटीएम का जन्म हुआ,पेटीएम असल में पे थ्रू मोबाइल (pay through mobile) का शॉर्ट रूप है.
नोटबंदी ने Paytm को बुलंदी पर पहुंचाया
2016 में नोटबंदी से Paytm के सितारे बुलंद हो गए. नोटबंदी से Paytm का एक अरब होने वाला ट्रांजैक्शन दो महीने में ही 3 अरब हो गया. Paytm ने इंडियन क्रिकेट टीम की स्पांसरशिप की, इससे भी उसकी ब्रैंड इमेज काफी मजबूत हुई. इसके बाद पिछले साल शुरू हुए कोरोना संकट ने Paytm को 1 अरब डॉलर की कंपनी बना दिया. अगस्त 2018 में Paytm में अमेरिका के दिग्गज निवेशक वारेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे ने 30 करोड़ अमेरिकी डॉलर का निवेश किया. Vijay Shekhar Sharma फोर्ब्स की अरबपतियों की लिस्ट में शामिल हैं. तब उनका नेटवर्थ 2.4 अरब अमेरिकी डॉलर है.