Bitcoin की कीमतों में 8 फरवरी के बाद सबसे बड़ी तेजी, जानिए क्या है आज के दाम
पिछले 24 घंटो की बात करें तो बिटकॉइन की कीमतें 35,236 से 37,971 के रेंज पर कारोबार करता दिखा है. इससे पहले इसमें गिरावट का दौर देखा गया था. इससे पहले 21 जुलाई को बिटकॉइन की कीमतों में भारी गिरावट देखी गई थी.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। बिटकॉइन की कीमतों बीते कुछ महीनों में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिला है. इस दौरान कई बार बिटकॉइन ने कीमतों के मामले में नए रिकॉर्ड भी बनाए हैं तो वहीं कई बार भारी गिरावट का भी सामना करना पड़ा है. बिटकॉइन में निवेश करने वालो के लिए हफ्ते का पहला दिन शुभ रहने वाला दिख सकता है. सोमवार को इसकी कीमतों में 12 फीसदी से ज्यादा का उछाल दर्ज किया गया है. जो 8 फरवरी के बाद अबतक एक दिन की सबसे बड़ी उछाल है. सोमवार को 12.21 फीसदी के तेजी के साथ बिटकॉइन की कीमतें 37, 955.8 डॉलर पर ट्रेड कर रहा है.
बिटकॉइन में इस तेजी के कारण इसके मार्केट कैप 681.5 बिलियन डॉलर की तेजी दर्ज की गई है. इस तेजी के साथ टोटल क्रिप्टोकरेंसी के मार्केट में अकेले बिटकॉइन के मार्केट कैप की हिस्सेदारी 46.69 फीसदी बढी है. इस बढ़त के साथ बिटकॉइन का कुल मार्केट कैप 1,184.9 बिलियन डॉलर के पार जा चुका है.
बीते 24 घंटो का हाल
पिछले 24 घंटो की बात करें तो बिटकॉइन की कीमतें 35,236 से 37,971 के रेंज पर कारोबार करता दिखा है. इससे पहले इसमें गिरावट का दौर देखा गया था. इससे पहले 21 जुलाई को बिटकॉइन की कीमतों में भारी गिरावट देखी गई थी. 21 जुलाई को पहली बार बिटकॉइन की कीमतें 30,000 डॉलर से नीचे गई थी.
RBI भी डिजिटल करेंसी लाने की तैयारी में
डिजिटल करेंसी के बढ़ते चलन को देखते हुए RBI ने भी अपनी खुद की डिजिटल करेंसी को लेकर कार्य योजना तेज कर दी है और बहुत जल्द इसकी पायलट टेस्टिंग भी शुरू हो जाएगी. अभी तक आरबीआई ने प्राइवेट क्रिप्टोकरेंसी को कानूनी मान्यता नहीं दी है लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इसकी ट्रेडिंग पर बैन को भी हटा दिया है.
क्यों तैयार की जा रही है योजना
दरअसल पूनी दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी की स्वीकार्यता बहुत तेजी से बढ़ रही है. यही वजह है कि दुनिया भर के सेंट्रल बैंकों ने अपनी डिजिटल करेंसी (CBDC/ सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी) को लेकर काम शुरू कर दिया है. इकोनॉमिक टाइम्स में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, दुनिया के 86 फीसदी सेंट्रल बैंक इस समय सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) की संभावनाओं को लेकर काम कर रहे हैं जबकि 14 फीसदी केंद्रीय बैंकों ने तो पायलट प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू कर दिया है.