कैप फर्म एलेम्बिक लिमिटेड के शेयर में 16 फीसदी तक की तेजी, प्रॉफिट में 425% उछाल का असर
वित्तीय वर्ष 2023-24 (Q4FY24) की मार्च तिमाही में एलेम्बिक लिमिटेड द्वारा मजबूत तिमाही नतीजे की बदौलत शेयर में उछाल आया। मार्च तिमाही में एलेम्बिक की कुल आय 30.7 प्रतिशत बढ़कर 51 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 39 करोड़ रुपये थी।
शानदार तिमाही नतीजे के बाद मंगलवार के इंट्राडे कारोबार में स्मॉल कैप फर्म एलेम्बिक लिमिटेड के शेयर में 16 फीसदी तक की तेजी देखने को मिली। सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन यह शेयर अपने पिछले बंद 87.81 रुपये से उछलकर 103 रुपये तक पर पहुंच गया। हालांकि, बाद में मुनाफावसूली के कारण एक बार फिर शेयर की कीमत 100 रुपये से नीचे आ गई। बता दें कि मई 2023 में इस शेयर की कीमत 66 रुपये थी जो फरवरी 2024 में 107.50 रुपये तक पहुंच गई।
कैसे रहे मार्च तिमाही के नतीजे
वित्तीय वर्ष 2023-24 (Q4FY24) की जनवरी-मार्च तिमाही में एलेम्बिक लिमिटेड द्वारा मजबूत तिमाही नतीजे की बदौलत शेयर में उछाल आया। मार्च तिमाही में एलेम्बिक की कुल आय 30.7 प्रतिशत बढ़कर 51 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 39 करोड़ रुपये थी। क्रमिक रूप से मार्च तिमाही में 41 करोड़ रुपये की तुलना में कुल आय में 24.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई। एलेम्बिक का मुनाफा भी Q4FY24 में 425 प्रतिशत बढ़कर 21 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 4 करोड़ रुपये था, जबकि तिमाही आधार पर यह FY24 की दिसंबर तिमाही में 9.9 करोड़ रुपये के मुकाबले 110 प्रतिशत अधिक था। कंपनी का स्टॉक फिलहाल 32.55 गुना के प्राइस टू अर्निंग मल्टीपल पर कारोबार कर रहा है।
कंपनी के बारे में
एलेम्बिक फार्मास्यूटिकल्स, रियल एस्टेट और बिजली संपत्तियों के कारोबार में लगी हुई है। यह फार्मास्यूटिकल्स सामग्री (एपीआई) का निर्माण और विपणन करती है। कंपनी अपने हाउसिंग और कॉमर्शियल रियल एस्टेट परियोजनाओं के निर्माण, प्रबंधन और विपणन में भी लगी हुई है।
शेयरहोल्डिंग पैटर्न की डिटेल
मार्च तक के शेयरहोल्डिंग पैटर्न की बात करें तो प्रमोटर्स के पास 70.88 फीसदी की हिस्सेदारी है। वहीं, पब्लिक शेयरहोल्डर्स के पास कंपनी में 29.12 फीसदी का हिस्सा है। इस कंपनी के प्रमुख प्रमोटर्स में चिरायु रमणभाई अमिन, मलिका चिरायु अमीन शामिल हैं। इनके पास क्रमश: 83,17,644 और 76,78,954 शेयर हैं। यह कुल हिस्सेदारी कंपनी के 6 फीसदी से ज्यादा के बराबर है।