RIL और BP ने अल्ट्रा डीप वॉटर गैस फील्ड आर-क्लस्टर से गैस का उत्पादन किया शुरू
रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) और बीपी पीएलसी (BP Plc) ने पूर्वी तट पर स्थित ब्लॉक केजी डी6
जनता से रिश्ता वेबडेस्क : मुंबई : रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) और बीपी पीएलसी (BP Plc) ने पूर्वी तट पर स्थित ब्लॉक केजी डी6 के अल्ट्रा डीप वॉटर गैस फील्ड आर-क्लस्टर से गैस का उत्पादन शुरू कर दिया है। दोनों कंपनियों ने आज एक संयुक्त बयान में यह जानकारी दी। आरआईएल और बीपी केजी डी6 ब्लॉक में तीन डीप वॉटर गैस प्रोजेक्स विकसित कर रही हैं। इन्हें आर-क्लस्टर, सैटेलाइट्स क्लस्टर और एमजे नाम दिया गया है। इन तीन प्रोजेक्ट्स से 2023 तक भारत की 15 फीसदी गैस डिमांड पूरी होने की उम्मीद है।
रिलायंस के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर मुकेश अंबानी ने कहा कि भारत के एनर्जी सेक्टर में यह क्लीन और ग्रीन गैस आधारित इकॉनमी के लिए बड़ी उपलब्धि है। केजी बेसिन में स्थित डीप वॉटर प्रोजेक्ट से देश की क्लीन एनर्जी जरूरत पूरी होगी। तीन डीप वॉटर प्रोजेक्ट्स में से अभी तक केवल आर-क्लस्टर से ही उत्पादन शुरू हो पाया है। 2021 में इससे रोजाना 1.29 करोड़ स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर गैस का उत्पादन होने की संभावना है।
एशिया का सबसे गहरा ऑफशोर गैस फील्ड
ये प्रोजेक्ट्स केजी डी6 ब्लॉक में मौजूद हब इन्फ्रास्ट्रक्चर का इस्तेमाल करेंगे। इसमें आरआईएल की इसमें 66.6 फीसदी और बीपी की 33.33 फीसदी हिस्सेदारी है। दोनों कंपनियों ने 2017 में इन तीन प्रोजेक्ट्स में 40 हजार करोड़ रुपये के निवेश की बात कही थी। आर-क्लस्टर से जून में उत्पादन शुरू होना था लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इसे 2020-21 की दूसरी छमाही के लिए टाल दिया गया। आर-क्लस्टर मौजूदा केजी डी6 कंट्रोल से 60 किमी दूर स्थित है। यह समुद्र में 2000 मीटर से भी अधिक गहराई में स्थित है और एशिया का सबसे गहरा ऑफशोर गैस फील्ड है।