इकोस्पोर्ट का प्रोडक्शन Ford India के चेन्नई प्लांट में हुआ शुरू

Ford India के चेन्नई प्लांट में हुआ शुरू

Update: 2021-09-18 14:05 GMT

फोर्ड इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के चेन्नई प्लांट के कर्मचारियों ने एक्सपोर्ट के लिए इकोस्पोर्ट का प्रोडक्शन फिर से शुरू कर दिया है. कंपनी की लगभग 30,000 यूनिट्स की एक्सपोर्ट कमिटमेंट है. जिसे इस कैलेंडर ईयर के अंत तक पूरा किया जाना है. भारत में चार में से तीन प्लांट्स को बंद करने के बाद शामिल फोर्ड मोटर कंपनी के टॉप ऑफिसर्स के साथ भी लेबर युनियन ने मीटिंग करने को कहा है.


एक कर्मचारी ने बताया, कंपनी को इस साल के अंत तक लगभग 30,000 कारों का एक्सपोर्ट करना है. इसलिए, मैनेजमेंट ने प्लांट बंद होने से संबंधित बातचीत के दौरान श्रमिकों को प्रोडक्शन फिर से शुरू करने के लिए प्रेरित किया है. 9 सितंबर को गणेश चतुर्थी उत्सव से एक दिन पहले, फोर्ड इंडिया ने घोषणा कि वह 2021 की चौथी तिमाही तक साणंद में वाहन असेंबली और 2022 की दूसरी तिमाही तक चेन्नई में वाहन और इंजन मैनुफैक्चरिंग को बंद कर देगा.


कंपनी चेन्नई में ईकोस्पोर्ट मॉडल बनाती है, जबकि फिगो और एस्पायर मॉडल साणंद में बनाए जाते हैं. फोर्ड इंडिया का चेन्नई प्लांट्स अमेरिका में बेचे जाने वाले इकोस्पोर्ट मॉडल का एकमात्र मैनुफैक्चरर है; इसके एस्पायर और फिगो मॉडल मैक्सिको और दक्षिण अफ्रीका में बेचे गए. पहले फोर्ड इंडिया चेन्नई में एंडेवर मॉडल बनाती थी लेकिन उसने हाल ही में प्रोडक्शन बंद कर दिया. फोर्ड इंडिया ने एशिया प्रशांत क्षेत्र (चीन को छोड़कर), मध्य पूर्व और अफ्रीका में बेचे जाने वाले रेंजर मॉडल के लिए पावरट्रेन का निर्माण साणंद में इंजन संयंत्र का संचालन जारी रखने का फैसला किया है.

साणंद में करीब 2,000 मजदूर करेंगे काम
इस बीच प्लांट बंद करने को लेकर मैनेजमेंट और मजदूर संघ के बीच दो दौर की चर्चा हुई. यूनियन के अधिकारियों ने कहा, चेन्नई संयंत्र में लेबर यूनियन के साथ वेतन समझौता (वेज सेटलमेंट) हाल ही में संपन्न हुआ था. यह समझौता एक साल के लिए वैलिड है. साणंद में सैलरी से जुड़ी बातचीत बंद हो गई क्योंकि कंपनी ने प्लांट्स को बंद करने के अपने फैसले की घोषणा की.

यूनियन के अधिकारियों के मुताबिक, चेन्नई प्लांट और साणंद में काम करने वालों के वेतन में अंतर है. सानंद मजदूर संघ के महासचिव नयन कटेशिया ने आईएएनएस से कहा, साणंद में श्रमिकों की संख्या करीब 2,000 होगी.

फोर्ड इंडिया ने कहा था कि साणंद इंजन प्लांट में 500 से अधिक कर्मचारी, जो एक्सपोर्ट के लिए इंजन का प्रोडक्शन करता है और लगभग 100 कर्मचारी पार्ट्स डिलीवरी और कस्टमर सर्विस का सपोर्ट करते हैं, भारत में फोर्ड के कारोबार का सपोर्ट करना जारी रखेंगे. संघ के अधिकारी दूसरी कंपनियों द्वारा पेश किए गए निपटान पैकेजों की भी स्टडी कर रहे हैं और दूसरी नुकसानों से बचने के लिए ताकि वे अपनी नौकरियों का बचाव करने में सक्षम नहीं होने पर एक अच्छा मुआवजा पैकेज सुरक्षित कर सकें.


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