मुंबई हमले की बरसी पर रतन टाटा और आनंद महिंद्रा ने कही यह बात, बोले- बलिदान को हमेशा याद...
रतन टाटा ने गुरुवार को मुंबई हमले की बरसी पर मुंबई के लोगों की एकता, दयालुता व उनकी संवेदनशीलता को याद किया
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। वरिष्ठ उद्योगपति रतन टाटा ने गुरुवार को मुंबई हमले की बरसी पर मुंबई के लोगों की एकता, दयालुता व उनकी संवेदनशीलता को याद किया और कहा कि इस भावना को भविष्य में भी बनाए रखना चाहिए। आज मुंबई हमले की बरसी है। 26 नवंबर 2008 की वो रात भारत कभी नहीं भूल सकता है, जब पाकिस्तान के दस आतंकियों ने भारत की आर्थिक राजधानी मुंबई की सड़कों पर खूनी खेल खेला था। रतन टाटा ने ट्विटर पर ताज होटल की फोटो शेयर करते हुए उस घटना को याद किया।
— Ratan N. Tata (@RNTata2000) November 26, 2020
रतन टाटा ने लिखा, ''आज से बारह वर्ष पहले जो घटना घटी, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकेगा। लेकिन जो अधिक यादगार है, वो ये कि उस दिन आतंकवाद और विनाश को खत्म करने के लिए मुंबई के लोग सभी मतभेदों को भुलाकर एक साथ आए थे। हमने जिनको खोया, जिन्होंने दुश्मन पर जीत पाने के लिए कुर्बानियां दीं, आज हम जरूर उनका शोक मना सकते हैं, लेकिन हमें उस एकता, दयालुता के उन कृत्यों और संवदेनशीलता की भी सराहना करनी होगी, जिसे हमें हमेशा बरकरार रखना चाहिए।"
साथ ही टाटा ने इंस्टाग्राम पर लिखा कि जिन लोगों ने दुश्मन पर जीत पाने में मदद की, हम उनके बलिदान को हमेशा याद रखेंगे। उन्होंने कहा कि हमें अपनी एकता को संभालकर रखने की आवश्यकता है।
Mumbaikars won't forget the night of the #2611Attack when the air was filled with uncertainty & insecurity. I remember feeling as if the city & the country were being invaded. But by the end of that week, we brought to life this quote by Mandela. Mumbai—& India—did triumph pic.twitter.com/5kVj7B3BnK
— anand mahindra (@anandmahindra) November 26, 2020
कुछ इसी तरह महिंद्रा एंड महिंद्रा के अध्यक्ष आनंद महिंद्रा ने भी अपनी भावनाएं ट्विटर पर साझा की। उन्होंने लिखा, 'मुंबईवासी 26/11 की रात को कभी नहीं भूल सकते, जब चारों ओर अनिश्चितता और असुरक्षा फैली हुई थी। मुझे लग रहा था, जैसे शहर और देश पर आक्रमण हो रहा था। लेकिन हफ्ते के अंत तक हम नेल्सन मंडेला के इस कोट के अनुसार जीवन को पटरी पर ला चुके थे, कि..मुंबई और भारत ने विजय प्राप्त की..'