अब बुढ़ापे पर पेंशन की नो टेंशन बस ये स्कीम्स कराएंगी मोटी कमाई
EPFO प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों के रिटायरमेंट के बाद उनकी सोशल सिक्युरिटी के लिए यह पेंशन स्कीम चलाता है.
बिज़नस: सबसे पहले तो बात करते हैं ईपीएफओ की. अगर आप नौकरीपेशा हैं और हर महीने ईपीएफओ में कॉन्ट्रीब्यूशन करते हैं, तो आपको EPS (इम्प्लॉई पेंशन स्कीम) की सुविधा के बारे में पता होगा. EPFO प्राइवेट सेक्टर के कर्मचारियों के रिटायरमेंट के बाद उनकी सोशल सिक्युरिटी के लिए यह पेंशन स्कीम चलाता है.
अटल पेंशन योजना
बुढ़ापे पर रेग्युलर इनकम का इंतजाम आप अटल पेंशन योजना के जरिए भी कर सकते हैं. इसमें 18 साल की उम्र से लेकर 40 साल से पहले तक रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है. इसमें व्यक्ति को हर महीने थोड़ा अंशदान 60 की उम्र पूरी होने तक देना होता है. 60 साल की उम्र के बाद लोगों को 1000 रुपए से लेकर 5000 रुपए तक मासिक पेंशन का लाभ दिया जाता है.
नेशनल पेंशन सिस्टम
मंथली पेंशन पाने के लिए नेशनल पेंशन सिस्टम भी एक अच्छा विकल्प है. इस स्कीम में जमा राशि का अधिकांश हिस्सा मार्केट में लगा होता है, ऐसे में इस पर औसतन आपको 10 फीसदी का रिटर्न मिल जाता है. भारत का कोई भी नागरिक जिसकी उम्र 18 से 70 साल के बीच है, इस स्कीम का लाभ ले सकता है.
सिस्टमैटिक विद्ड्रॉल प्लान
सिस्टमैटिक विद्ड्रॉल प्लान एक ऐसा इन्वेस्टमेंट है जिसके तहत निवेशक को म्यूचुअल फंड स्कीम से एक तय राशि मासिक रूप से मिलती है. इसके जरिए बुढ़ापे पर अच्छी खासी पेंशन का इंतजाम किया जा सकता है. लेकिन पहले आपको अपनी नौकरी के साथ SIP या किसी अन्य स्कीम के जरिए मोटा फंड जमा करना होगा. जब रिटायर हो जाएं तो आपको SWP का विकल्प चुनना होगा.
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम
पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम के जरिए भी आप हर महीने आमदनी कर सकते हैं. सरकारी गारंटी वाली इस डिपॉजिट स्कीम में सिंगल और जॉइंट अकाउंट की सुविधा मिलती है. सिंगल अकाउंट में अधिकतम 9 लाख रुपए और जॉइंट अकाउंट में अधिकतम 15 लाख रुपए तक जमा किए जा सकते हैं. ये पैसा अधिकतम 5 साल के लिए जमा किया जाता है.