राज्य सरकार ने कर्मचारियों-मौलवियों के लिए एक घड़ी का ऐलान किया है. इसके तहत उनका मासिक भत्ता बढ़ाया जाएगा. मुख्यमंत्री द्वारा की गई इस बढ़ोतरी से हजारों लाभार्थियों को फायदा होगा। वहीं, विपक्षी दल बीजेपी और सीपीएम ने इसे वोट के लिए सस्ता चुनावी हथकंडा करार दिया है.
मासिक भत्ता 500 रुपये से बढ़ाया जाएगा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मौलवियों और हिंदू पुजारियों के मासिक भत्ते में बढ़ोतरी की घोषणा की है। दरअसल, हिंदू पुजारियों और मौलवियों का मासिक भत्ता 500 रुपये से बढ़ाया जाएगा. इसकी घोषणा मुख्यमंत्री ने कोलकाता के नेताजी इंडोर स्टेडियम में इमामों और पुजारियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए की है.
सीएम की घोषणा
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि जब मैं अल्पसंख्यकों के किसी कार्यक्रम में भाग लेती हूं तो मुझ पर उनका तुष्टिकरण करने का आरोप लगाया जाता है लेकिन मैं सभी धर्मों के लोगों के प्रति प्यार और सम्मान में विश्वास रखती हूं. हमने इमाम और हिंदू पुजारी के मौजूदा भत्ते को 500 रुपये बढ़ाने का फैसला किया है।
इतना बढ़ जाएगा भत्ता!
मुस्लिम मौलवियों को 2012 से 2500 रुपये का मासिक भत्ता प्रदान किया जाता है जबकि मुअज़्ज़िन को 1000 रुपये का वजीफा मिलता है। सरकार ने राज्य के इमामों और मुअज़्ज़िनों के मासिक मानदेय में बढ़ोतरी की घोषणा की थी। इस बढ़ोतरी के साथ अब इमामों को 3000 रुपये प्रति माह जबकि मुअज्जिनों को 1000 रुपये की जगह 1500 रुपये प्रति माह भत्ता दिया जाएगा.
पूजा अनुदान 50,000 से बढ़ाकर 60,000 रुपये किया गया
इससे पहले मुख्यमंत्री ने पिछले साल पूजा अनुदान 50,000 रुपये से बढ़ाकर 60,000 रुपये कर दिया था. 42,028 पूजा समितियों को 60,000 रुपये का अनुदान दिया जाएगा.