मुंबई: भारत की मैन्युफैक्चरिंग गतिविधि नवंबर महीने में भी जोरों पर रही। वहीं इस अवधि में कमोडिटी की कीमतों में गिरावट की वजह से लागत के दबाव में भी भारी कमी दर्ज की गई है। एस एंड पी ग्लोबल (S&P Global)के मुताबिक, नवंबर महीने में भारत का मैन्यूफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर इंडेक्स (PMI)अक्टूबर के 55.3 से बढ़कर 55.7 पर आ गई है। एस एंड पी ग्लोबल ने आज 01 दिसंबर 2022 को ये आंकड़े जारी किए हैं। जिनके मुताबिक, भारत की मैन्युफैक्चरिंग PMI लगातार 17वें महीने 50 के लेवल के ऊपर रही है।
मांग में मजबूती से उत्पादन गतिविधियों में बढ़त देखने को मिली: बता दें कि मैंन्युफैक्चरिंग PMI का 50 से ऊपर का आंकड़ा देश की उत्पादन गतिविधियों में विस्तार का संकेत देता है। वहीं 50 से नीचे का आंकड़ा उत्पादन गतिविधियों में गिरावट आने का संकेत देता है। एस एंड पी ग्लोबल मार्केट इंटेलीजेंस (S&P Global Market Intelligence)की इकोनॉमिक्स एसोसिएट डायरेक्टर (Economics Associate Director) पोलियाना डि लिमा (Pollyanna De Lima) का कहना है कि गुड्स उत्पादकों के लिए नवंबर का महीना अच्छा रहा। इस अवधि में प्रोडक्शन की मात्रा तीन महीने के हाई पर रही। मांग में मजबूती से उत्पादन गतिविधियों में बढ़त देखने को मिली।
पॉजिटिव सेंटीमेंट का लेवल पिछले 8 साल के सबसे बेहतर स्तर पर रहा: उन्होंने आगे कहा कि उनके सर्वे में भाग लेने वालों का मानना है कि साल 2023 में उनके प्रोडक्ट की डिमांड में और बढ़ोतरी होगी और उनका उत्पादन भी बढ़ेगा। नवंबर महीने में दर्ज किए गए पॉजिटिव सेंटीमेंट का लेवल पिछले 8 साल के सबसे बेहतर स्तर पर रहा है। बता दें कि कल ही भारत सरकार की तरफ से जुलाई सितंबर 2022 की अवधि के GDP आंकड़े जारी किए गए हैं। भारत की GDP ग्रोथ जुलाई-सितंबर तिमाही में करीब 50 फीसदी घटकर 6.3 फीसदी रही। अप्रैल-जून तिमाही में भारत की GDP ग्रोथ 13.5 फीसदी थी। मिनिस्ट्री ऑफ स्टैटिक्स एंड प्रोग्राम इंप्लिमेंटशन ने 30 नवंबर को ये आंकड़े जारी किए हैं। सितंबर तिमाही में 6.3 फीसदी GDP ग्रोथ अनुमान के मुताबिक ही रहा। मनीकंट्रोल पोल के मुताबिक और रिजर्व बैंक ने भी 6.3 फीसदी ग्रोथ रहने की ही भविष्यवाणी की थी।