टाटा के बाद झुनझुनवाला की एयरलाइन 'Akasa Air' को मिली मंजूरी

एयरबस और बोइंग से चल रही बातचीत

Update: 2021-10-11 14:53 GMT

कोरोना महामारी के कारण एयरलाइन कंपनियों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है, लेकिन दिग्गज उद्योगपतियों को लगता है कि आने वाले दिनों में यह फायदे का सौदा होगा. देश के वॉरेन बफेट कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला की आकाश एयरलाइन को सरकार से NOC सर्टिफिकेट मिल चुका है. SNV Aviation प्राइवेट लिमिटेड ने इसको लेकर जानकारी शेयर की है. उसने कहा कि कंपनी बहुत जल्द 'Akasa Air' के नाम से एयरलाइन शुरू करेगी. माना जा रहा है कि अगले साल गर्मी के मौसम में इसका ऑपरेशन शुरू हो जाएगा.


आकाश एयर को जेट एयरवेज के पूर्व सीईओ विनय दुबे सपोर्ट कर रहे हैं. एयरलाइन को अब DGCA से लाइसेंस मिलने का इंतजार है. अगर समय से लाइसेंस मिल जाता है तो संभव है कि 2022 की गर्मियों में आप आकाश एयर से हवाई सफर कर पाएंगे. आकाश एयर के बोर्ड में इंडिगो के पूर्व प्रेसिडेंट आदित्य घोष भी हैं. उन्होंने NOC के लिए विनय दुबे की टीम को बधाई दी है.
हाल ही में राकेश झुनझुनवाला और पत्नी रेखा झुनझुनवाला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. इस मुलाकात को लेकर पीएम मोदी ने ट्वीट किया था कि मैं उनसे मिलकर खुश हूं और वे भारतीय बाजार को लेकर काफी बुलिश हैं.

एयरबस और बोइंग से चल रही बातचीत
इधर एयरबस के चीफ कमर्शियल ऑफिसर क्रिस्टीन Scherer ने हाल ही में न्यूज एजेंसी PTI को दिए गए इंटरव्यू में कहा था कि उनकी कंपनी आकाश एयर के साथ एयरक्राफ्ट खरीदारी को लेकर बातचीत कर रही है. कई मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आकाश एयर ने अमेरिकी प्लेन मैन्युफैक्चरर Boeing को भी संपर्क किया है. वह बोइंग से B737 Max प्लेन खरीदने को इच्छुक है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बोइंग B737 Max विमान की मदद से और एयरबस A320 विमान की मदद से एविएशन इंडस्ट्री में आपस में कॉम्पीट कर रही है.

समर सीजन में ऑपरेशन शुरू करने की योजना
जानकारी के मुताबिक आकाश एयर की योजना अगले साल समर सीजन में ऑपरेशन शुरू करने की है. अगले चार सालों में कंपनी की योजना 70 विमानों की फ्लीट तैयार करने की है. राकेश झुनझुनवाला को भारत का वॉरेन बफेट कहा जाता है. उनकी कुल संपत्ति 5.7 बिलियन डॉलर (अक्टूबर 2021) है. उन्होंने एयरलाइन कंपनियों में 250 करोड़ के करीब निवेश किया है.

टाटा ने 18 हजार करोड़ में खरीदा एयर इंडिया
हाल ही में टाटा ग्रुप ने एयर इंडिया को 18 हजार करोड़ में खरीदा है. टाटा ग्रुप पहले से विस्तार, एयर एशिया इंडिया एयरलाइन की मदद से एविएशन सेक्टर में मौजूद थी. दोनों एयरलाइन का संयुक्त नुकसान वित्त वर्ष 2020-21 में 3200 करोड़ से ज्यादा रहा. अब एयर इंडिया को खरीदने के बाद टाटा ग्रुप के आकाश की उड़ान का आकार काफी बड़ा हो गया है.


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