Washington: भारत और अमेरिका का साथ और सहयोग एक बेहतर विश्व को आकार देगा: प्रधानमंत्री मोदी
"लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाले देशों के बीच टेक्नोलॉजी क्षेत्र में करीबी सहयोग पूरी मानवता को नई दिशा शक्ति और अवसर दे सकता है"
वाशिंगटन: भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत और अमेरिका के संबंधों को अपने नेतृत्व में संजोने के साथ जीवंत बनाया है। उन्होंने कहा, '' जिस उत्साह से उनके पहले टर्म में हमने मिलकर काम किया, वही उमंग, वही उर्जा और वही प्रतिबद्धता मैंने आज भी महसूस की। आज की चर्चा के केंद्र में उनके पहले टर्म में हमारी उपलब्धियों का संतोष और गहरे आपसी विश्वास का सेतु था। साथ ही नए लक्ष्यों को प्राप्त करने का संकल्प भी था। हम मानते हैं कि भारत और अमेरिका का साथ और सहयोग एक बेहतर विश्व को आकार दे सकता है।''
यह अंश संयुक्त राज्य अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी में भारत-अमेरिका संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रेस वक्तव्य से उद्धृत किए हैं। भारत सरकार के नई दिल्ली स्थित पत्र एवं सूचना कार्यालय (पीबीआईबी) ने प्रधानमंत्री मोदी के इस प्रेस वक्तव्य को आज सुबह जारी किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं सबसे पहले अपने प्रिय मित्र राष्ट्रपति ट्रंप का शानदार स्वागत और आतिथ्य सत्कार के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करता हूं। राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत और अमेरिका के संबंधों को अपने नेतृत्व से संजोया और उन्हें जीवंत बनाया है। अमेरिका के लोग राष्ट्रपति ट्रंप के मोटो, Make America Great Again, यानी 'मागा' से परिचित हैं। भारत के लोग भी विरासत और विकास की पटरी पर विकसित भारत 2047 के दृढ़ संकल्प को लेकर तेज गति शक्ति से विकास की ओर अग्रसर हैं। अमेरिका की भाषा में कहूं तो विकसित भारत का मतलब Make India Great Again, यानी 'मीगा' है। जब अमेरिका और भारत साथ मिलकर काम करते हैं, यानी 'मागा' प्लस 'मीगा', तब बन जाता है–'मेगा' पार्ट्नर्शिप for prosperity। और यही मेगा spirit हमारे लक्ष्यों को नया स्केल और scope देती है।
उन्होंने कहा कि आज हमने द्विपक्षीय व्यापार को 2030 तक दोगुना से भी अधिक बढ़ाकर 500 बिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया है। हमारी टीमें एक पारस्परिक लाभकारी ट्रेड एग्रीमेंट को शीघ्र संपन्न करने पर काम करेंगी। भारत की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने में हम ऑयल और गैस ट्रेड को बल देंगे। ऊर्जा इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश भी बढ़ेगा। न्यूक्लियर एनर्जी क्षेत्र में हमने Small Modular Reactors की दिशा में सहयोग बढ़ाने पर भी बात की। भारत की defence preparedness में अमेरिका की महत्वपूर्ण भूमिका है। Strategic और trusted partners के नाते हम joint development, joint production और Transfer of Technology की दिशा में सक्रिय रूप से आगे बढ़ रहे हैं। आने वाले समय में भी नई टेक्नोलॉजी और इक्विपमेंट हमारी क्षमता बढ़ाएंगे। हमने Autonomous Systems Industry Alliance लॉन्च करने का निर्णय लिया है। अगले दशक के लिए Defence Cooperation Framework बनाया जाएगा। Defence inter-operability, लॉजिस्टिक्स repair और maintenance भी इसके मुख्य भाग होंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इक्कीसवीं सदी technology-driven century है। लोकतांत्रिक मूल्यों में विश्वास रखने वाले देशों के बीच टेक्नोलॉजी क्षेत्र में करीबी सहयोग पूरी मानवता को नई दिशा शक्ति और अवसर दे सकता है। भारत और अमेरिका Artificial Intelligence, Semiconductors, Quantum, Biotechnology और अन्य technologies में मिलकर काम करेंगे। आज हमने TRUST, यानी Transforming Relationship Utilizing Strategic Technology पर सहमति बनाई है। इसके अंतर्गत critical मिनरल, एडवांस्ड material और फार्मास्यूटिकल की मजबूत सप्लाई chains बनाने पर बल दिया जायेगा। लिथिअम और रेयर earth जैसे स्ट्रेटेजिक मिनरल के लिए रिकवरी और processing initiative लॉन्च करने का भी निर्णय लिया है। स्पेस के क्षेत्र में अमेरिका से हमारा करीबी सहयोग रहा है। इसरो और नासा के आपसी सहयोग से बनाई 'निसार' satellite, शीघ्र ही भारतीय लॉन्च व्हीकल पर अंतरिक्ष की उड़ान भरेगी।
उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका की साझेदारी लोकतंत्र और लोकतांत्रिक मूल्यों और व्यवस्था को सशक्त बनाती है। Indo-Pacific में शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ाने के लिए हम मिलकर काम करेंगे। इसमें Quad की विशेष भूमिका होगी। इस वर्ष भारत में होने जा रही Quad Summit में हम पार्टनर देशों के साथ नए क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाएंगे। 'आई-मेक' और 'आई-टू-यू-टू' के तहत हम इकोनॉमिक कॉरिडोर और कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर पर मिलकर काम करेंगे। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत और अमेरिका दृढ़ता से साथ खड़े रहे हैं। हम सहमत हैं कि सीमापार आतंकवाद के उन्मूलन के लिए ठोस कार्रवाई आवश्यक है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ''मैं राष्ट्रपति जी का आभारी हूं की उन्होंने 2008 के जिसने भारत में नरसंहार किया था, उस मुजरिम को अभी भारत के हवाले करने का निर्णय किया हैं। भारत की अदालतें उचित कार्यवाही करेंगी।
अमेरिका में रहने वाला भारतीय समुदाय हमारे संबंधों की महत्वपूर्ण कड़ी हैं। हमारे people-to-people ties को और गहरा करने के लिए हम शीघ्र ही लॉस-एंजिलिस और बोस्टन में भारत के नए कांसुलेट खोलेंगे। हमने अमेरिका विश्वविद्यालयों और शिक्षा संस्थानों को भारत में off shore campus खोलने के लिए निमंत्रण दिया है।
उन्होंने कहा, '' राष्ट्रपति ट्रंप, आपकी मित्रता और भारत के लिए दृढ़ प्रतिबद्धता के लिए मैं आपका आभार व्यक्त करता हूं । भारत के लोग तो 2020 की आपकी यात्रा को आज भी याद करते हैं और उम्मीद करते हैं कि राष्ट्रपति ट्रंप एक बार फिर उनके पास आएंगे। एक सौ चालीस करोड़ भारतवासियों की ओर से मैं आपको भारत आने के लिए आमंत्रित करता हूं। बहुत-बहुत धन्यवाद।''