राकेश झुनझुनवाला समर्थित आकाश एयर के संचालन में इस वजह से हो सकती है देरी, जुलाई तक मिलेगा पहला एयरक्रॉफ्ट

राकेश झुनझुनवाला समर्थिक आकाश एयर के संचालन में देरी हो सकती है. आकाश एयर को अपना पहला विमान इस वर्ष जून या जुलाई में मिलने की उम्मीद है जिससे एयरलाइन की उड़ानों के परिचालन में देरी हो सकती है.

Update: 2022-05-20 05:54 GMT

फाइल फोटो 

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। राकेश झुनझुनवाला समर्थिक आकाश एयर के संचालन में देरी हो सकती है. आकाश एयर (Akasa Air) को अपना पहला विमान इस वर्ष जून या जुलाई में मिलने की उम्मीद है जिससे एयरलाइन की उड़ानों के परिचालन में देरी हो सकती है. नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. इस एयरलाइन ने पहले जून में अपना परिचालन शुरू करने की योजना बनाई थी और बाद में इसे टालकर जुलाई कर दिया था. आकाश एयर के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि कंपनी का इरादा जुलाई तक परिचालन शुरू करने की है. डीजीसीए के अधिकारी ने कहा, आकाश एयर को विमान मिलने में देरी हो गई है. विमान के जून या जुलाई में आने की उम्मीद है. जहां तक अन्य प्रक्रियाओं का संबंध है, तो वे सभी पटरी पर है.

वहीं आकाश एयर ने इस संबंध में कहा कि उसे जून के मध्य तक पहला विमान मिलने की उम्मीद है और एयरलाइन का इरादा जुलाई से परिचालन शुरू करने का है. आकाश एयर के संस्थापक, प्रबंध निदेशक विनय दुबे ने एक बयान में कहा, हम जून, 2022 के मध्य तक पहला विमान मिलने की उम्मीद कर रहे हैं. पहला विमान हमें परिचालन परमिट प्राप्त करने में मदद करेगा. इसके बाद प्रमाणित (प्रूविंग) उड़ानों का परिचालन नियामकीय जरूरतों के अनुरूप किया जाएगा.
72 बोइंग 737 मैक्स विमानों का ऑर्डर
आकाश एयर किफायती विमान वाहक के रूप में उड़ान भरेगी और कंपनी ने 72 बोइंग 737 मैक्स विमानों के लिए ऑर्डर दिया है, जिनमें ईंधन की खपत कम होती है. आकाश एयर शुरुआत में महानगरों से दूसरी और तीसरी श्रेणी के शहरों के लिए सेवाएं शुरू करेगी. दुबे ने कहा कि महानगरों से महानगरों के लिए भी उड़ानें होंगी. उन्होंने बताया कि आकाश एयर मुख्य रूप से पेशेवर रूप से प्रबंधन, प्रतिस्पर्धी लागत संरचना, ग्राहकों की संतुष्टि, कर्मचारियों की खुशी और एयरलाइन की आर्थिक सेहत पर जोर देगी.
2023 में इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू करने की भी योजना
इस एयरलाइन ने 72 बोइंग 737 मैक्स जेट के ऑर्डर दिए थे. इसकी कीमत लगभग 9 अरब डॉलर के आसपास है. अकासा एयर ने बोइंग के दो मॉडल के लिए ऑर्डर दिया है. विमानन कंपनी का लक्ष्य वर्ष 2023 की दूसरी छमाही में विदेशी उड़ानें शुरू करने का है.
अल्ट्रा लो कॉस्ट एयरलाइन होगा आकाश
आकाश एयरलाइन्स एक अल्ट्रा लो कॉस्ट कैरिअर (ultra low cost carrier) होगा. अल्ट्रा लो कॉस्ट कैरिअर यानी सस्ता हवाई सफर. इसमें बेसिक टिकट सस्ता होता है, हालांकि सुविधाओं के लिए अलग से पे करना होता है. बता दें कि गो एयर (GoAir) भी अल्ट्रा लो कॉस्ट कैरिअर बनने की तैयारी में है. भारत के एविएशन मार्केट में गलकाट प्रतिस्पर्धा है जिसमें कई छोटी-बड़ी कंपनियां अपनी सेवा दे रही हैं. अकासा भी उन्हीं में से एक होगा. अभी भारत के एविएशन मार्केट में इंटर ग्लोब एविएशन लिमिटेड की इंडिगो एयरलाइन का दबदबा है.
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