IPO के जरिए कंपनियों ने जुटाए 27000 करोड़, 4 आईपीओ में निवेश का मौका, जानिए डिटेल
इससे पहले 2020-21 के पूरे वित्त वर्ष में 30 कंपनियों ने आईपीओ से 31,277 करोड़ रुपए जुटाए थे. चालू वित्त वर्ष में अब तक 12 कंपनियों ने आईपीओ के जरिए करीब 27 हजार करोड़ जुटाए हैं.
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। IPO this year: चालू वित्त वर्ष के पहले चार माह में 12 कंपनियों ने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) के जरिए 27,000 करोड़ रुपए जुटाए हैं. शेष बचे साल के लिए आईपीओ की पाइपलाइन काफी मजबूत है. सैंक्टम वेल्थ मैनेजमेंट के इक्विटी प्रमुख हेमांग कपासी ने कहा कि शेष साल में करीब 40 आईपीओ आ सकते हैं. इनसे 70,000 करोड़ रुपए जुटने की उम्मीद है. साथ ही बड़ी संख्या में खुदरा निवेशकों से जुड़े ब्रांड शेयर बाजारों में सूचीबद्ध होंगे.
दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों ने लिक्विडिटी को बढ़ाया है जिसके कारण पूरे वर्ल्ड के स्टॉक मार्केट में तेजी है. यही कारण है कि कंपनियां आईपीओ के जरिए फंड इकट्ठा करने पर फोकस कर रही हैं. फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स का कहना है कि किसी भी आईपीओ में निवेश करने से पहले DRHP को पढ़े जो कंपनी SEBI को जमा करती है. इसमें यह बताया जाता है कि निवेशकों का पैसा किस तरह इस्तेमाल किया जाएगा और कंपनी की भविष्य की क्या योजना है.
आईपीओ में निवेश से पहले इन बातों का रखें ध्यान
अगर IPO Fund का इस्तेमाल कर्ज चुकाने के अलावा बिजनेस के विस्तार के लिए होता है तो यह सकारात्मक संकेत है. निवेशकों को यह भी ध्यान में रखना चाहिए कि बिजनेस मॉडल कितना सक्सेसफुल है. सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है कि निवेशकों को इन्वेस्टमेंट का पर्पस क्लियर होना चाहिए. अगर लंबे समय के लिए निवेश करते हैं तो कंपनी का फंडामेंटल मजबूत होना जरूरी है.
चार कंपनियों का आईपीओ इस सप्ताह खुलेगा
इस सप्ताह चार अगस्त को चार अन्य कंपनियों-देवयानी इंटरनेशनल (Devyani International IPO), विंडलास बायोटेक (Windlas Biotech IPO), कृष्णा डायग्नॉस्टिक्स (Krsnaa Diagnostics IPO) और एक्सारो टाइल्स (Exxaro Tiles IPO) के आईपीओ चार अगस्त को खुलने जा रहे हैं. इन्वेस्ट 19 के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) कुशलेन्द्र सिंह सेंगर ने कहा, ''Paytm, MobiKwik, पॉलिसी बाजार, कारट्रेड टेक, दिल्लीवेरी और नायका के आईपीओ की वजह से वित्त वर्ष के दौरान निवेशक व्यस्त रहेंगे.''
12 कंपनियों ने जुटाए 27 हजार करोड़
उन्होंने कहा कि शेयर बाजारों में जबर्दस्त तेजी की वजह से कंपनियां आईपीओ मार्ग से धन जुटाने को प्राथमिकता दे रही हैं. उन्होंने कहा कि कंपनियां ऊंचे मूल्यांकन पर अपनी हिस्सेदारी बेच रही हैं. इस वजह से प्रवर्तक भी भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) के पास आईपीओ के लिए शुरुआती दस्तावेज जमा करा रहे हैं. आंकड़ों के विश्लेषण के अनुसार, चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों अप्रैल-जुलाई के दौरान 12 कंपनियों ने आईपीओ के जरिए 27,052 करोड़ रुपए जुटाए हैं. इसके अलावा पावर ग्रिड कॉरपोरेशन द्वारा प्रायोजित पावर ग्रिड इनविट ने आईपीओ मार्ग से 7,735 करोड़ रुपए जुटाए हैं.
पिछले वित्त वर्ष 30 आईपीओ आया था
इससे पहले 2020-21 के पूरे वित्त वर्ष में 30 कंपनियों ने आईपीओ से 31,277 करोड़ रुपए जुटाए थे. वित्त वर्ष 2019-20 में 13 कंपनियों ने आईपीओ से 20,352 करोड़ रुपए जुटाए थे. वहीं 2018-19 में 14 कंपनियों ने आईपीओ से 14,719 करोड़ रुपए जुटाए थे. वित्त वर्ष 2017-18 में 45 आईपीओ के जरिए कुल 82,109 करोड़ रुपए जुटाए गए थे.