Business: म्यूचुअल फंड में इन्वेस्ट करने से पहले ज़रूर जान लें यह बातें

छोटे शहरों के लोग भी म्यूचुअल फंड में जमकर निवेश कर रहे हैं

Update: 2024-07-04 10:36 GMT

बिज़नस: म्यूचुअल फंड आज के दौर में निवेश का सबसे बेहतर विकल्प बन कर उभर रहा है. अब केवल बड़े नहीं बल्कि छोटे शहरों के लोग भी म्यूचुअल फंड में जमकर निवेश कर रहे हैं. अगर आप भी म्यूचुअल फंड खरीदने जाते हैं तो सबसे पहले क्या देखते है. नवी म्यूचुअल फंड ने हाल ही में म्यूचुअल फंड निवेशकों और गैर-निवेशकों के बीच एक स्टडी की है.इस स्टडी के मुताबिक म्यूचुअल फंड निवेशकों की पहली प्राथमिकता रिटर्न होती है. मतलब म्यूचुअल फंड खरीदते समय लोग सबसे पहले मुनाफे के बारे में सोचते हैं. इस स्टडी में युवा वयस्कों को सूचना पर आधारित निवेश को लेकर निर्णय लेने के लिए सशक्त बनाने में अधिक वित्तीय साक्षरता और गलतफहमियों को दूर करने के महत्व को दिखाती है.

सबसे पहली प्राथमिकता रिटर्न: फंड चुनने में 2 में से 1 निवेशक के लिए रिटर्न सबसे पहली प्राथमिकता है. यह एक्टिव यानी सक्रिय और इंडेक्स फंड दोनों के लिए लागू है. इंडेक्स फंड के निवेशकों में हर 3 में से 1 निवेशक इंडेक्स फंड की अवधारणा को पूरी तरह से नहीं समझते हैं. स्टडी के अनुसार, कम फीस और दोस्तों व परिवार के सकारात्मक अनुभवों के कारण इंडेक्स फंड को प्राथमिकता दी जाती है.

इन पर होती है निर्भरता: 80 फीसदी निवेशक, निवेश की जानकारी के लिए अपने सोशल नेटवर्क और “फिन-फ्लुएंसर” पर भरोसा करते हैं. अध्ययन की कुछ प्रमुख गलतफहमियों की नीचे जानकारी दी गई है.

गलतफहमी 1: म्यूचुअल फंड निवेश के लिए व्यापक वित्तीय ज्ञान की आवश्यकता होती है स्टडी में भाग लेने वाले 60 फीसदी से अधिक का मानना है कि म्यूचुअल फंड निवेश के लिए व्यापक वित्तीय ज्ञान की आवश्यकता होती है, जो संभावित निवेशकों को रोकता है.

गलतफहमी 2: निवेश शुरू करने के लिए बड़ी एकमुश्त राशि की आवश्यकता है.

यह भी मिथक कि निवेश शुरू करने के लिए एक साथ बड़ी राशि की आवश्यकता होती है. यह मिथक हर 3 संभावित निवेशकों में से 1 को निवेश करने से रोकता या हतोत्साहित करता है. जबकि असलियत यह है कि कई म्यूचुअल फंड बहुत कम राशि के साथ निवेश की अनुमति देते हैं.

गलतफहमी 3:निवेश ऐप बंद होने पर निवेश सुरक्षित नहीं है: लगभग 50 फीसदी नॉन-यूजर्स को डर है कि अगर निवेश ऐप बंद हो गया तो उनका निवेश सुरक्षित नहीं रहेगा.नवी की स्टडी के निष्कर्ष निवेशकों को सशक्त बनाने के लिए अधिक वित्तीय साक्षरता पहल की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हैं. म्यूचुअल फंड हाउस यूजर्स के अनुकूल शैक्षिक संसाधन और उपकरण विकसित और प्रदान कर सकते हैं, जो आम गलतफहमियों को दूर करते हुए म्यूचुअल फंड की अवधारणा और निवेश प्रक्रिया को सरल बनाते हैं. ऐसे विश्वसनीय और भरोसेमंद संसाधनों तक पहुंच युवा निवेशकों के लिए बाधाओं को काफी हद तक कम कर सकती है, जिससे उन्हें अधिक सूचना आधारित निवेश का निर्णय लेने की अनुमति मिल सकती है.

Tags:    

Similar News

-->