5G ट्रायल्स को लेकर ग्रामीण भारत में बड़ी खबर, जानें किन शहरों में सबसे होंगे पहले शुरू

दूरसंचार विभाग यहां ग्रामीण क्षेत्रों में 5G तकनीक का परीक्षण शुरू करने के लिए VI, Airtel और Reliance Jio सहित दूरसंचार ऑपरेटरों से अपेक्षा कर रहा है

Update: 2021-06-01 10:14 GMT

दूरसंचार विभाग यहां ग्रामीण क्षेत्रों में 5G तकनीक का परीक्षण शुरू करने के लिए VI, Airtel और Reliance Jio सहित दूरसंचार ऑपरेटरों से अपेक्षा कर रहा है. कंपनियों को पहले ही शहरी क्षेत्रों में 5जी परीक्षण करने की अनुमति मिल चुकी है. बताया जा रहा है कि कथित स्वामित्व वाली दूरसंचार कंपनी एमटीएनएल को भी 5000 रुपये की फीस जमा करने के बाद 5जी परीक्षण करने की अनुमति मिल जाएगी.

DoT यहां टेलिकॉम ऑपरेटर्स से शहरी इलाकों में 5जी ऐप्लिकेशन को टेस्ट करने के साथ साथ ग्रामीण इलाकों को भी शामिल करने के लिए कहेगा. एमटीएनएल ने दिल्ली में 5जी परीक्षण करने के लिए सी-डॉट के साथ मिलकर काम किया है. एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि, वे नजफगढ़ के पास भी 5जी टेस्ट करेंगे. एक बार फीस जमा करने के बाद उन्हें ट्रायल स्पेक्ट्रम दिया जाएगा.
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि अब तक एरिक्सन, नोकिया, सैमसंग और सी-डॉट के साथ 5जी के ट्रायल को दूरसंचार विभाग ने मंजूरी दे दी है. अभी तक किसी भी चीनी विक्रेता को DoT से कोई मंजूरी नहीं मिली है. एक सूत्र ने समाचार एजेंसी को बताया कि रिलायंस जियो स्पष्ट रूप से सैमसंग नेटवर्क गियर के साथ अपनी तकनीक का उपयोग करके परीक्षण करेगा.
इन शहरों में होंगे ट्रायल्स
ट्रायल्स दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, गुजरात और हैदराबाद सहित शहरों में आयोजित किए जाएंगे. एयरटेल दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और बेंगलुरु में 5जी की टेस्टिंग शुरू करेगा जबकि जियो दिल्ली, मुंबई, गुजरात और हैदराबाद में टेस्ट करेगा. उपकरण स्थापित करने में कम से कम दो महीने लगेंगे और फिर परीक्षण पूरा करने में चार महीने लगेंगे. इस पूरी प्रक्रिया को पूरा होने में करीब छह माह का समय लगेगा.
जूही चावला ने दायर की 5जी के खिलाफ याचिका
बॉलीवुड ऐक्ट्रेस जूही चावला (Juhi Chawla) ने देश में 5जी वायरलेस नेटवर्क स्थापित करने के खिलाफ सोमवार को दिल्ली उच्च न्यायालय (Delhi High Court) का रुख किया और नागरिकों, जानवरों, वनस्पतियों और जीवों पर विकिरण के प्रभाव से संबंधित मुद्दों को उठाया. मामला सुनवाई के लिये न्यायमूर्ति सी हरिशंकर के पास आया, जिन्होंने मामले को 2 जून को सुनवाई के लिए इसे दूसरी पीठ के समक्ष स्थानांतरित कर दिया. जूही चावला ने कहा कि यदि दूरसंचार उद्योग की योजनाएं पूरी होती हैं तो पृथ्वी पर कोई भी व्यक्ति, कोई जानवर, कोई पक्षी, कोई कीट और कोई भी पौधा इसके प्रभाव से नहीं बच सकेगा.
उन्होंने कहा कि इन 5जी योजनाओं से मनुष्यों पर गंभीर, अपरिवर्तनीय प्रभाव और पृथ्वी के सभी पारिस्थितिक तंत्रों को स्थायी नुकसान पहुंचने का खतरा है. एडवोकेट दीपक खोसला के माध्यम से दायर याचिका में अधिकारियों को यह स्पष्ट करने का निर्देश देने का अनुरोध किया गया है कि 5जी प्रौद्योगिकी मानव जाति, पुरुष, महिला, वयस्क, बच्चे, शिशु, जानवरों और हर प्रकार के जीवों, वनस्पतियों के लिए सुरक्षित है.


Tags:    

Similar News

-->