लखनऊ: अडानी समूह की दो कंपनियां बिक गई है। टॉप ग्लोबल इक्विटी फर्म बेन कैपिटल (Bain Capital) ने अडानी समूह की कंपनी अडानी कैपिटल और अडानी हाउसिंग का अधिग्रहण कर लिया है। इस अधिग्रहण को लेकर दोनों कंपनियों के बीच समझौता हो गया है। इस डील के तहत बेन कैपिटल अडानी कैपिटल और अडानी हाउसिंग की 90 फीसदी हिस्सेदारी हासिल कर लेगी। जबकि 10 फीसदी हिस्सेदारी मैनेजमेंट, एमडी और सीईओ गौतम गुप्ता के पास रहेगा।
कितने में हुई डील
इस डील के बाद अडानी की नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी की हिस्सेदारी बेन कैपिटल के पास पहुंच गई है। अमेरिकी फर्म ने 1440 करोड़ रुपये में यह हिस्सेदारी खरीदी है। वहीं अडानी फाइनेंशियल सर्विस का कुल वैल्यूएशन 1600 करोड़ रुपये की है। इस डील के बार में गौतम अडानी ने कहा कि वो बहुत खुश हैं कि बेन कैपिटल जैसे निवेशक कंपनी के साथ जुड़े हैं। वहीं बेन कैपिटल ने कहा कि उन्हें अडानी कैपिटल की क्षमता पर पूरा भरोसा है।
हिस्सेदारी के बाद निवेश
गौरतलब है कि साल 2017 में अडानी समूह ने अपना शैडो बैंकिंग बिजनेस शुरू किया था, लेकिन अब अडानी परिवार इस कंपनी ने अपनी पूरी हिस्सेदारी बेच रहा है। बैन कैपिटल ने अडानी परिवार की सौ फीसदी हिस्सेदारी खरीद ली है। जबकि गौरव गुप्ता अपनी हिस्सेदारी को बरकरार रखेंगे। वो कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ के पद पर बने रहेंगे। अडानी समूह की इन दोनों कंपनियों में हिस्सेदारी हासिल करने के बाद बेन कैपिटल इस कंपनी में 120 करोड़ रुपये का अतिरिक्त निवेश करेगी।
कंपनी को आर्थिक मजबूती देने के लिए बेन कैपिटल नॉन कनवर्टिबल डिबेंचर के तौर पर कंपनी को 5 करोड़ डॉलर का लिक्विडिटी लाइन भी उपलब्ध करवाएगी। गौरतलब है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट आने के बाद से अडानी समूह अलग-अलग तरीके से फंड जुटाने की योजना पर काम कर रहा है। रिपोर्ट में अडानी समूह के कर्ज से लेकर कंपनी के वित्तीय सेहत पर सवाल उठे थे । इस रिपोर्ट के बाद से कंपनी कर्ज को लगातार कम करने की कोशिश में जुटी है।