एयरटेल ने रिलायंस जियो के साथ स्पेक्ट्रम एग्रीमेंट पूरा किया, कंपनी को मिले 1004 करोड़ रुपये
मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड ने भारती एयरटेल के साथ तीन सर्किलों में 800 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के 'इस्तेमाल का अधिकार' समझौता पूरा कर लिया है
जनता से रिश्ता वेबडेस्क। मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड (आरजेआईएल) ने भारती एयरटेल के साथ तीन सर्किलों में 800 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के 'इस्तेमाल का अधिकार' समझौता पूरा कर लिया है. सौदे में आंध्र प्रदेश (3.75 मेगाहर्ट्ज), दिल्ली (1.25 मेगाहर्ट्ज) और मुंबई (2.50 मेगाहर्ट्ज) सर्किल में एयरटेल के 800 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के 'इस्तेमाल के अधिकार' का हस्तांतरण शामिल है.
भारती एयरटेल ने एक बयान में कहा, "एयरटेल को प्रस्तावित हस्तांतरण के लिए जियो से 1004.8 करोड़ रुपये (कर भुगतान के बाद) प्राप्त हुआ है. इसके अलावा, जियो स्पेक्ट्रम से संबंधित 469.3 करोड़ रुपये की भविष्य की देनदारियों को ग्रहण करेगा." उपयोग के अधिकार वाले स्पेक्ट्रम के इस व्यापार के साथ, रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड के पास मुंबई सर्कल में 2 x 15 मेगाहर्ट्ज का 800 मेगाहर्ट्ज और आंध्र प्रदेश, दिल्ली सर्कल में 2 x 10 मेगाहर्ट्ज बैंड स्पेक्ट्रम है.
शेयर बाजार में शुक्रवार को भारती एयरटेल के शेयर 2.21 फीसदी की तेजी के साथ 637.05 रुपये पर बंद हुए, जिससे कंपनी का मूल्य 3,49,869.60 करोड़ रुपये रहा. बीएसई पर आरआईएल का शेयर 1.63 फीसदी बढ़कर 2144.75 रुपये पर बंद हुआ, जिसका मूल्य 13,59,652.06 रुपये है.
जियो की एयरटेल के इस समझौते की घोषणा इस साल अप्रैल में हुई थी. दो बड़ी दूरसंचार कंपनियों के बीच यह इस तरह का पहला समझौता था. वायु तरंगें अलग-अलग बैंडों में आती हैं. इनका काम आवाज और डाटा के संचरण के लिए विभिन्न प्रसार विशेषताओं का समर्थन करना होता है.