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कीव | यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने बीते दिन अमेरिका, कनाडा और पोलैंड के राष्ट्राध्यक्षों से फोन पर रूस में चल रही उथल-पुथल पर चर्चा की। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से बातचीत के दौरान जेलेंस्की ने कहा कि क्रेमलिन नेता व्लादिमीर पुतिन की "कमजोरी" उजागर हो गई है।
फोन कॉल शनिवार को रूसी प्राइवेट सेना वेगनर के प्रमुख येवगेनी प्रिगोजिन द्वारा किए गए एक असाधारण असफल विद्रोह के बाद की गई। प्रिगोजिन ने पुतिन को हटाने की बात कही थी और उनके नेतृत्व पर सवाल उठाए थे।
जेलेंस्की ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ एक फोन कॉल के बाद कहा कि हमने रूस में हो रही घटनाओं पर चर्चा की। जेलेंस्की ने आगे कहा,
अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था बहाल होने तक दुनिया को रूस पर दबाव डालना चाहिए। मेरे साथ बाइडन ने लंबी दूरी के हथियारों पर जोर देने के साथ रक्षा सहयोग को और बढ़ाने की बात कही। अगले महीने विनियस में नाटो शिखर सम्मेलन से पहले समन्वय और उनके द्वारा प्रचारित "वैश्विक शांति शिखर सम्मेलन" की तैयारियों पर भी चर्चा हुई है।
बयान में कहा गया कि कल की घटनाओं ने पुतिन के शासन की कमजोरी को उजागर कर दिया। इसी तरह के एक अन्य बयान में, जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को एक फोन कॉल में यूक्रेन के विशाल, रूसी कब्जे वाले जापोरिजिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र में "खतरनाक स्थिति" के बारे में बताया था।
जेलेंस्की ने इस सप्ताह की शुरुआत में चेतावनी दी थी कि रूस संयंत्र में विकिरण जारी करने से जुड़े आतंकी कार्य को अंजाम देने पर विचार कर रहा था, हालांकि रूस ने इस आरोप से इनकार किया था।
जेलेंस्की ने आगे कहा कि यूक्रेन के साझेदारों को विशेष रूप से विनियस में नाटो शिखर सम्मेलन में रूस के खिलाफ एक सैद्धांतिक प्रतिक्रिया प्रदर्शित करनी चाहिए। यूक्रेनी नेता ने पोलिश राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा के साथ भी फोन पर इस मामले पर चर्चा की।
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