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नाटो के इस फैसले पर बरसे जेलेंस्की
कीव, एएनआइ। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस के साथ चल रहे संघर्ष के बीच यूक्रेन के ऊपर पर नो-फ्लाई जोन लागू नहीं करने के नाटो के फैसले की निंदा की है। उधर रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन ने चेतावनी दी कि अगर किसी तीसरे पक्ष ने यूक्रेन के ऊपर नो फ्लाई जोन कायम करने की कोशिश की तो इसे उस पक्ष का युद्ध में शामिल होना माना जाएगा।
रूस के स्पुतनिक के हवाले से जेलेंस्की ने एक वीडियो संदेश में कहा, शुक्रवार को नाटो का शिखर सम्मेलन हुआ। यह एक कमजोर शिखर सम्मेलन था, एक भ्रमित शिखर सम्मेलन, एक ऐसा शिखर सम्मेलन जो दर्शाता है कि हर कोई यूरोप में स्वतंत्रता की लड़ाई को नंबर एक लक्ष्य नहीं मानता।
जेलेंस्की ने सैन्य गठबंधन (नाटो) के सदस्यों पर रूस को यूक्रेनी शहरों और गांवों पर गोलाबारी शुरू करने के लिए हरी झंडी दिखाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि नाटो देशों ने एक नरेटिव बनाया है कि यूक्रेन के ऊपर आसमान बंद करने से नाटो के खिलाफ रूस की सीधी आक्रामकता भड़केगी।
सीएनएन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति के हवाले से कहा कि यह उन लोगों का आत्म-सम्मोहन है जो अंदर से कमजोर और असुरक्षित हैं, इस तथ्य के बावजूद कि उनके पास हमसे कई गुना अधिक शक्तिशाली हथियार हैं।
जेलेंस्की की यह प्रतिक्रिया नाटो महासचिव जेंस स्टोलटेनबर्ग द्वारा शुक्रवार को यूक्रेन पर नो-फ्लाई जोन की मांग खारिज करने और यह चेतावनी देने कि इस तरह के कदम से रूस के साथ यूरोप में व्यापक युद्ध भड़क सकता है, के बाद आई है। यह टिप्पणी शुक्रवार को ब्रसेल्स में नाटो के विदेश मंत्रियों की असाधारण बैठक के दौरान आई।
स्टोल्टेनबर्ग ने स्पष्ट किया कि नाटो यूक्रेन पर नो-फ्लाई जोन लागू नहीं करेगा। सहयोगियों ने सहमति व्यक्त की है कि नाटो के पास यूक्रेन के ऊपर विमानों का संचालन नहीं होना चाहिए।
इससे पहले एक वीडियो संदेश में, यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने नाटो से बहुत देर होने से पहले कार्रवाई करने का आह्वान किया था। कुलेबा ने कहा कि यदि आप हमारी मदद नहीं करते हैं, तो मुझे डर है कि आपको (नाटो) यूक्रेनी नागरिकों के जीवन और पीड़ा के लिए जिम्मेदारी साझा करनी होगी, जो क्रूर रूसी पायलटों की बमबारी से मर रहे हैं।
संघर्ष भड़काने की कोशिश कर रहे जेलेंस्की : लावरोव
उधर रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि वोलोदिमिर जेलेंस्की रूस और नाटो के बीच संघर्ष को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। मीडिया से बातचीत में लावरोव ने कहा कि नाटो द्वारा कदम न उठाने वे (जेलेंस्की) बहुत परेशान हैं। इससे लगता है कि उन्होंने नाटो से संघर्ष के समाधान की उम्मीद की थी। उन्होंने कहा कि लगता है कि जेलेंस्की वाशिंगटन, पेरिस, बर्लिन और अन्य राजधानियों से आने वाले लगातार दावों को नहीं सुनते कि नाटो इस संघर्ष में हस्तक्षेप नहीं करने जा रहा है।
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