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Zambia Elections 2021: जाम्बिया में विपक्षी नेता हाकैंडे हिचिलेमा ने राष्ट्रपति चुनाव जीत हासिल की
Deepa Sahu
16 Aug 2021 10:46 AM GMT
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दक्षिणी अफ्रीकी देश जाम्बिया में वरिष्ठ विपक्षी नेता हाकैंडे हिचिलेमा ने राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज की है.
दक्षिणी अफ्रीकी देश जाम्बिया में वरिष्ठ विपक्षी नेता हाकैंडे हिचिलेमा ने राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज की है. उन्हें 50 प्रतिशत से अधिक वोट मिले हैं. हाकैंडे हिचिलेमा (Hakainde Hichilema) की जीत की घोषणा जाम्बिया के केंद्रीय चुनाव आयोग के अध्यक्ष इसाउ चुलु ने की है. इसके पहले सोमवार को देश के 156 निर्वाचन क्षेत्रों से 155 के नतीजों की घोषणा की गई थी. पेशे से कारोबारी 59 वर्षीय हाकैंडे हिचिलेमा छठी बार राष्ट्रपति चुनाव लड़ रहे थे.
उन्हें 28 लाख वोट मिले हैं, जबकि मौजूदा राष्ट्रपति इदगार लुंगु को 18 लाख वोट मिले. इसके साथ ही हाकैंडे हिचिलेमा की जीत जाम्बिया के इतिहास में सबसे बड़ी चुनावी जीत में से एक बन गई है (Zambia Elections 2021 Results). उन्होंने देश के कुल 50 लाख मतदाताओं में से 50 प्रतिशत से अधिक के वोट प्राप्त किए, जिसकी वजह से दूसरे चरण के राष्ट्रपति चुनाव की जरूरत नहीं रह गई है. हिचिलेमा की पार्टी का नाम यूनाइटेड पार्टी फॉर नेशनल डेवलपमेंट है.
चुनाव आयोग ने क्या कहा?
इस देश के चुनाव आयोग ने कहा कि हिचिलेमा को कुल 2,810,777 वोट मिले हैं, जबकि लुंगु को 1,814,201 वोट मिले हैं. इस लिहाज से हिचिलेमा विजेता घोषित किए जाते हैं. उन्हें 50 प्रतिशत से अधिक वोट मिले हैं, इसलिए दोबारा चुनाव कराने की जरूरत नहीं पड़ेगी (Zambia Elections Analysis). इदगार लुंगु की बात करें तो उन्होंने छह साल तक देश पर शासन किया है और मानवाधिकारों के उल्लंघन, भ्रष्टाचार, गिरती अर्थव्यवस्था और बढ़ती बेरोजगारी को लेकर उनकी खूब आलोचना भी हुई है.
हिचिलेमा के सामने क्या है चुनौती?
अब देश के नए राष्ट्रपति हाकैंडे हिचिलेमा के सामने कई चुनौतियां हैं. सबसे पहले उन्हें गिरती अर्थव्यवस्था को ठीक करना होगा. कुछ लोगों का आरोप है कि हिलिचेमा ने देश में फैले असंतोष का फायदा उठाया है और इसी वजह से वो चुनाव जीते हैं. लेकिन देश के युवाओं में उनकी जीत को लेकर काफी खुशी दिखाई दे रही है. यहां की चुनावी हवा बदलते ही लोगों में भी अपने भविष्य को लेकर नई उम्मीद नजर आ रही है (Hichilema Wins in Elections). देश की युवा पीढ़ी पर हमेशा से वोट देने में आनाकानी करने के आरोप लगते थे, लेकिन इस बार युवाओं ने भी बढ़ चढ़कर मतदान किया है.
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