विश्व

अपने गृहनगर, परिवार और देश के बारे में शी चिनफिंग की भावनाएं

Rani Sahu
29 Sep 2023 1:06 PM GMT
अपने गृहनगर, परिवार और देश के बारे में शी चिनफिंग की भावनाएं
x
बीजिंग (आईएएनएस)। अपने गृहनगर, परिवार और देश के बारे में शी चिनफिंग की भावनाएं 29 सितंबर को चीन का पारंपरिक त्योहार मध्य शरद उत्सव है। हजारों वर्षों में मध्य शरद उत्सव में पुनर्मिलन और सामंजस्य के प्रति चीनी लोगों की सद्भावना और अपने गृहनगर में रिश्तेदारों की यादें छिपी हुई हैं।
चीन के सर्वोच्च नेता शी चिनफिंग अकसर अपने गृहनगर की चर्चा करते हैं। वर्ष 2013 के सितंबर में मध्य शरद उत्सव के मौके पर कजाकिस्तान के नज़रबायेव विश्वविद्यालय में शी चिनफिंग ने भाषण देते समय कहा कि मेरा गृहनगर शैनक्सी है, जो पुरातन रेशम मार्ग की शुरुआत था। वहां खड़े होकर इतिहास का सिंहावलोकन करने से मुझे बहुत स्नेह महसूस कराता है।
गौरतलब है कि शैनक्सी शी चिनफिंग का गृहनगर है जहां उन्होंने कई सालों तक काम किया है। 1960 के दशक के अंत में शी चिनफिंग शैनक्सी प्रांत के येनआन क्षेत्र में एक छोटे से गांव में किसान का काम करते थे। वहां उन्होंने सात साल बिताये थे। वर्ष 1975 के अक्तूबर में यह गांव छोड़ने से पहले शी चिनफिंग ने वहां के किसानों से कहा कि हालांकि मैं गांव से निकलकर शहर के विश्वविद्यालय में पढ़ाई करूंगा, लेकिन मैं जिन्दगी भर यहां का जीवन नहीं भूलूंगा।
हबेई प्रांत के चेनतिंग काउंटी भी उनका एक गृहनगर है जिसे शी चिनफिंग अक्सर याद करते हैं। वर्ष 1982 के वसंत में शी चिनफिंग ने स्वेच्छा से पेइचिंग में बेहतर परिस्थितियों को छोड़ दिया और हबेई प्रांत के चेनतिंग काउंटी में काम करने चले गए, जो उस समय अपेक्षाकृत खराब था। इस के बाद तीन सालों में उन्होंने चेनतिंग में बहुत अग्रणी कार्य किये हैं। और वे इस काउंटी में स्थित सीपीसी शाखा कमेटी के सचिव चुने गये।
शी चिनफिंग ने एक लेख में ऐसा लिखा है कि चेनतिंग मेरे दूसरे गृहनगर जैसा है। यहां लंबे इतिहास, शानदार सभ्यता के साथ मेहनती जनता भी है। मैं अपने गृहनगर से बहुत प्यार करता हूं। छोटे गांव से चेनतिंग काउंटी तक, फ़ूचेन से चच्यांग तक, शांगहाई से पेइचिंग तक अब शी चिनफिंग सीपीसी की केंद्रीय कमेटी के महासचिव, चीन के राष्ट्रपति और सैन्य आयोग के अध्यक्ष बन गये। लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि शी चिनफिंग कहां जाते हैं, वे लोगों के लिए ईमानदार और सरल भावना लेकर आते हैं।
Next Story