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बीजिंग, (आईएएनएस)| चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग 8 दिसंबर को सऊदी अरब की राजधानी रियाद पहुंचे। वे प्रथम चीन-अरब देश शिखर सम्मेलन और चीन-खाड़ी सहयोग परिषद शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे और सऊदी अरब की राजकीय यात्रा करेंगे। इसकी पूर्व संध्या में शी चिनफिंग ने सऊदी अरब की अखबार रियाद में सहस्राब्दी की दोस्ती विरासत में लें और साथ मिलकर बेहतर भविष्य बनाएं शीर्षक हस्ताक्षरित लेख प्रकाशित किया।
अपने लेख में शी चिनफिंग ने कहा कि मैं चीनी लोगों की गहरी दोस्ती के साथ फिर रियाद आया हूं। मेरी मौजूदा यात्रा चीन और अरब देशों, चीन और खाड़ी सहयोग परिषद, चीन और सऊदी अरब के बीच पारंपरिक दोस्ती का विकास करेगी, और द्विपक्षीय संबंध का नया युग शुरू करेगी।
लेख में कहा गया कि अरब देश विकासशील देशों में प्रमुख सदस्य हैं और अंतर्राष्ट्रीय न्याय और निष्पक्ष की रक्षा करने वाली महत्वपूर्ण शक्ति भी हैं। गत शताब्दी के 50 के दशक में चीन और अरब देशों के बीच क्रमश: कूटनीतिक संबंधों की स्थापना की गई, दोनों पक्ष एक दूसरे का सम्मान करते हुए आपसी समझ रखते हैं। एक दूसरे का समर्थन करते हुए समान प्रयास करते हैं। 21वीं सदी में चीन और अरब देशों का संबंध परिवर्तित अंतर्राष्ट्रीय स्थिति में लगातार आगे बढ़ रहा है, राजनीतिक आपसी विश्वास, आर्थिक पारस्परिक लाभ, और सभ्यता में आपसी सीख के दायरे और गहराई में जोरदार विकास हुआ है।
लेख में यह भी कहा गया कि नई स्थिति में चीन अरब देशों के साथ मिलकर मैत्रीपूर्ण भावना को विरासत में लेते हुए नए युग के उन्मुख चीन-अरब देश साझा भाग्य वाले समुदाय की स्थापना करना चाहता है। चीन संप्रभुता और प्रादेशिक अखंडता की रक्षा में अरब देशों का ²ढ़ता से समर्थन करता रहेगा, और संयुक्त रूप से अंतरराष्ट्रीय निष्पक्षता और न्याय की रक्षा करेगा। इसके साथ ही, सहयोग करते हुए अरब देशों के साथ बेल्ट एंड रोड का सह-निर्माण करना जारी रखेगा। अनाज, ऊर्जा, निवेश व वित्तपोषण, चिकित्सा देखभाल आदि क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग का लगातार विस्तार करेगा, ताकि और उच्च गुणवत्ता और गहरे पारस्परिक लाभ और उभय जीत प्राप्त की जा सके।
शी चिनफिंग ने अपने लेख में कहा कि पिछले 10 सालों में चीन और खाड़ी सहयोग परिषद (जीसीसी) के बीच संबंधों का विकास फलदायी रहा। चीन जीसीसी का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार और पेट्रोकेमिकल उत्पादों का सबसे बड़ा निर्यातक बना हुआ है। साल 2021 में द्विपक्षीय व्यापार की रकम 2.3 खरब अमेरिकी डॉलर से अधिक थी। जीसीसी देशों से चीन का कच्चा तेल आयात 20 करोड़ टन से अधिक हो गया। भविष्य में चीन जीसीसी देशों क साथ रणनीतिक साझेदारी को स्थापित करेगा और उसे मजबूत करेगा, इससे लाभ उठाकर आपसी पारंपरिक दोस्ती को मजबूत करेगा और आपसी विश्वास को गहराएगा। चीन संप्रभुता, स्वतंत्रता, सुरक्षा और स्थिरता बनाए रखने में जीसीसी देशों का ²ढ़ता से समर्थन करना जारी रखेगा, और एकीकरण में तेजी लाने और विविध विकास प्राप्त करने में जीसीसी का समर्थन करना जारी रखेगा।
लेख में कहा गया कि सऊदी अरब दुनिया का महत्वपूर्ण ऊर्जा निर्यातक देश है और जी-20 का सदस्य है। चीन और सऊदी अरब के बीच राजनयिक संबंध की स्थापना के बाद से द्विपक्षीय संबंध फलते-फूलते रहे। चीन मौजूदा यात्रा से लाभ उठाकर सऊदी अरब के साथ व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करेगा, हमेशा से आपसी समझ, पारस्परिक समर्थन पर डटा रहेगा। संयुक्त रूप से स्वतंत्रता की वकालत करेगा, और बाहरी हस्तक्षेप का विरोध करने के लिए हाथ मिलाएगा। इसके साथ ही चीन सऊदी अरब के साथ मिलकर संयुक्त राष्ट्र, जी-20, शांगहाई सहयोग संगठन जैसे बहुपक्षीय तंत्रों में सहयोग को मजबूत करना और संयुक्त रूप से सच्चे बहुपक्षवाद का अभ्यास करना चाहता है, ताकि मध्य पूर्व में शांति व स्थिरता बनाए रखने और विश्व विकास व समृद्धि को बढ़ावा देने में अधिक योगदान दिया जा सके।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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