बीजिंग: लद्दाख में चीन के साथ जारी गतिरोध को दो साल पूरे हो चुके हैं। इसके बावजूद डेपसांग समेत कई पॉइंट्स अब भी ऐसे हैं, जहां दोनों देशों की सेनाएं आमने-सामने तैनात हैं। सीमा पर तनाव बढ़ने के कारण भारत ने सैकड़ों चीनी ऐप्स को बैन कर दिया और उनकी कई कंपनियों को दिए गए टेंडर भी रद्द किए हैं। ऐसे में चीन इतना तो समझ गया है कि उसका मुकाबला 1962 वाले भारत से नहीं हो रहा है। यही कारण है कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने चीनी सेना के वेस्टर्न थिएटर कमांड को मजबूत किया है। पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की वेस्टर्न थिएटर कमांड के पास ही भारत से लगी सीमा की सुरक्षा की जिम्मेदारी है। यह पूरा इलाका भौगोलिक रूप से काफी चुनौतियों से भरा है। इस कारण चीनी सैनिक ज्यादा देर तक अग्रिम मोर्चे के वातावरण को झेल नहीं पाते हैं। ऐसे में जिनपिंग की रणनीति बड़ी संख्या में सैनिकों और सैन्य साजोसामान को तैनात कर सेना का मनोबल बढ़ाए रखने की है।