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यूक्रेन के खिलाफ जंग छोड़कर भाग रहे दुनिया के सबसे खूंखार लड़ाके, यूक्रेन सेना के बन रहे शिकार

Tulsi Rao
21 March 2022 5:04 PM GMT
यूक्रेन के खिलाफ जंग छोड़कर भाग रहे दुनिया के सबसे खूंखार लड़ाके, यूक्रेन सेना के बन रहे शिकार
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दुनिया में सबसे क्रूर लड़ाके कहे जाने वाले रूस के चेचेन फाइटर (Chechen fighters) क्या यूक्रेन में वाकई अपना कोई कमाल दिखा पा रहे हैं. इसे लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। Russia Ukraine War: दुनिया में सबसे क्रूर लड़ाके कहे जाने वाले रूस के चेचेन फाइटर (Chechen fighters) क्या यूक्रेन में वाकई अपना कोई कमाल दिखा पा रहे हैं. इसे लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है.

जंग के मैदान से भाग रहे चेचेन लड़ाके!
यूक्रेन की सुरक्षा सेवा (SBU) ने रूस की ओर से यूक्रेन में लड़ने आए चेचेन लड़ाकों पर बड़ी बात कही है. एजेंसी का कहना है कि चेचेन लड़ाकों जिन्हें Kadyrovites भी कहा जाता है, अब उनके पैर उखड़ रहे हैं. वे यूक्रेन (Ukraine) में जंग छोड़कर वापस चेचन्या (Chechnya) की राजधानी ग्रोज्नी भाग रहे हैं.
द मिरर की रिपोर्ट के अनुसार, SBU का दावा है कि जंग शुरू होने के शुरुआती 3 हफ्तों में चेचेन लड़ाकों (Chechen fighters) की मौत की दर बहुत ज्यादा हो गई. जिससे उनके हौंसले पस्त हो चुके हैं और अब वे जंग को बीच में छोड़कर वापस चेचन्या भाग रहे हैं.
24 फरवरी से यूक्रेन पर कर रहे अटैक
दुनिया के सबसे क्रूर लड़ाके कहे जाने वाले चेचेन फाइटर (Chechen fighters) जंग शुरू होने के पहले दिन यानी 24 फरवरी से यूक्रेन के खिलाफ हमलों में शामिल हैं लेकिन वहां पर उन्हें बड़ी दुर्गति झेलनी पड़ रही है.
जंग शुरू होने पर पुतिन के भरोसेमंद और चेचन्या के सबसे बड़े लीडर रमजान कादिरोव ने यूक्रेनी सैनिकों को बड़ी धमकी दी थी. उसने अपने चेचेन फाइटर को आदेश दिया था कि जो भी यूक्रेनी सैनिक सरेंडर से इनकार कर करे, उसे वहीं खत्म कर दिया जाए. उसने यूक्रेनी (Ukraine) सेना के अड्डों को भी खत्म करने का आदेश दिया था.
जंग में मारे जा रहे चेचेन फाइटर
जंग शुरू होने के 2 दिन बाद 26 फरवरी को, यूक्रेन की राजधानी कीव से करीब 50 किलोमीटर दूर Gostomel के एक गांव में मिलिट्री बिल्डिंग पर रूस का झंडा फहराते हुए चेचेन लड़ाके देखे गए थे. चेचेन लड़ाकों (Chechen fighters) के इस वीडियो की यूक्रेन की सेना ने भी पुष्टि की थी लेकिन साथ ही यह भी कहा था कि रणनीतिक वजहों से उसने वह बिल्डिंग पहले ही खाली कर दी थी और वहां पर चेचेन लड़ाकों ने कोई बहादुरी नहीं दिखाई.
लड़ाई के 3 दिन बाद ही चेचेन लड़ाकों (Chechen fighters) की 141 वीं मोटराइज्ड रेजिमेंट के कमांडर जनरल Magomed Tushayev की यूक्रेनी सैनिकों के पलटवार में मौत हो गई थी. रिपोर्ट के मुताबिक इसके बाद चेचेन लड़ाकों ने 26 और 28 फरवरी को गोस्टोमेल के हवाई अड्डे पर पैराड्रॉप करने की कोशिश की लेकिन यूक्रेन (Ukraine) सैनिकों ने पैराशूट के सहारे उतर रहे कई सौ चेचेन लड़ाकों को हवा में ही मार गिराया.
यूक्रेन सेना के बन रहे शिकार
यूक्रेनी सेना का दावा है कि राजधानी कीव पर कब्जा करने के लिए Kadyrovites फाइटर्स का काफिला Bucha शहर से आगे बढ़ रहा था. जिसे यूक्रेन की एयर फोर्स ने अटैक करके मलबे के ढेर में बदल दिया. इस हमले में भी सैकड़ों चेचेन लड़ाकों (Chechen fighters) को जान गंवानी पड़ गई थी.
चेचन्या के राष्ट्रपति Ramzan Kadyrov ने शुरू में अपने लड़ाकों को हताहत होने की बात से इनकार किया था. हालांकि 28 फरवरी को उन्होंने बिना नाम बताए 2 चेचेन सैनिकों की मौत को स्वीकार किया.
हवाई मार्ग के जरिए निकल रहे बाहर
यूक्रेनी (Ukraine) खुफिया एजेंसी SBU के अनुसार, लगातार हो रही मौतों से चेचेन लड़ाकों (Chechen fighters) के हौंसले पस्त हो रहे हैं. यही वजह है कि बेलारूस के सहारे कीव तक पहुंचे चेचेन लड़ाकों को 13 मार्च को हवाई मार्ग के जरिए निकालकर चेचन्या पहुंचाया गया है.
यूक्रेन में घट गई लड़ाकों की संख्या?
यूक्रेन (Ukraine) की सेना के मुताबिक पिछले कुछ दिनों में सामने आए फुटेज से पता चलता है कि यूक्रेन में लड़ रहे चेचेन लड़ाकों (Chechen fighters) की संख्या अब घटकर बहुत कम रह गई है. इन सबके बीच रमजान कादिरोव अपने लड़ाकों का हौंसला बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं. कादिरोव ने कहा कि वह अपने एक हजार और लड़ाकों को यूक्रेन भेज रहा है. कादिरोव ने मंगलवार को ऐलान किया कि उसके लड़ाकों ने मारियुपोल शहर पर हमला करके पूर्व दिशा से भी यूक्रेन में प्रवेश कर लिया है.


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