
गाजा | गाजा पट्टी में इस्राइली सेना द्वारा किए गए ताजा हवाई हमले में 9 फिलिस्तीनियों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए हैं। यह हमला ऐसे समय हुआ है जब युद्धविराम को लेकर बातचीत जारी थी, लेकिन इस हमले के बाद समझौते की संभावना पर प्रश्नचिह्न लग गया है।
क्यों हुआ हमला?
इस्राइली सेना का दावा है कि उसने यह हमला उन स्थानों पर किया, जहां से हमास और अन्य विद्रोही गुटों द्वारा रॉकेट हमले किए जा रहे थे। इस्राइल ने इसे सुरक्षा के लिए जरूरी कार्रवाई बताया, जबकि फिलिस्तीनी प्रशासन ने इसे युद्धविराम की प्रक्रिया को कमजोर करने वाला कदम कहा है।
तनाव में बढ़ोतरी
- गाजा में लगातार बमबारी के कारण हालात और खराब हो रहे हैं।
- इस्राइली सेना और हमास के बीच सीमा पर झड़पें बढ़ी हैं।
- संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतरराष्ट्रीय संस्थाएं संघर्ष विराम लागू करने का दबाव बना रही हैं।
युद्धविराम समझौते का भविष्य संकट में
हाल के हवाई हमलों और जवाबी कार्रवाई के चलते युद्धविराम वार्ता कमजोर पड़ती दिख रही है। मध्यस्थता कर रहे देशों, विशेष रूप से मिस्र और कतर, ने कहा है कि यदि हमले जारी रहे तो समझौता संभव नहीं होगा।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
- संयुक्त राष्ट्र ने सभी पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।
- अमेरिका ने इस्राइल के आत्मरक्षा के अधिकार का समर्थन किया, लेकिन साथ ही संघर्ष विराम को प्राथमिकता देने की बात कही।
- यूरोपीय संघ ने दोनों पक्षों को शांतिपूर्ण समाधान की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
निष्कर्ष
गाजा में जारी हिंसा से क्षेत्रीय स्थिरता को बड़ा खतरा पैदा हो गया है। यदि जल्द ही युद्धविराम लागू नहीं हुआ तो संघर्ष और अधिक गहरा सकता है। अब सारी नजरें अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थों पर टिकी हैं, जो इस स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास कर रहे हैं।
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