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कतर के अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज करेंगी महिलाएं, जानें क्या है पूरा मामला

Neha Dani
16 Nov 2021 11:40 AM GMT
कतर के अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज करेंगी महिलाएं, जानें क्या है पूरा मामला
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ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कतर जाने से पहले अन्य यात्रियों को अच्छी तरह से सूचित किया जाए.

एयरपोर्ट पर गहन जांच से खफा महिलाओं का एक ग्रुप कतर के अधिकारियों पर मुकदमा दायर करने जा रहा है. दोहा एयरपोर्ट पर नवजात शिशु की मां की तलाशी के दौरान कई महिलाओं को स्त्री संबंधी जांच से गुजरना पड़ा था.

पिछले साल दोहा से 10 कतर एयरवेज की उड़ानों में 13 ऑस्ट्रेलियाई सहित महिलाओं की पिछले साल के अंत में गहन जांच हुई थी क्योंकि अधिकारियों को एयरपोर्ट के एक बाथरूम में छोड़े गए नवजात शिशु की मां की तलाश थी.
दोहा एयरपोर्ट पर अधिकारियों को एक कूड़ेदान में तुरंत पैदा हुआ एक बच्चा मिला. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया जा रहे एक विमान में सवार कई महिलाओं को उतार लिया गया और उनकी गहन तलाशी ली गई. महिलाओं ने उस अनुभव को सरकार द्वारा अधिकृत यौन हमला करार दिया.
हालांकि इस घटना की वजह से आक्रोश फैल गया और कतर द्वारा महिलाओं के साथ किए जा रहे व्यवहार को लेकर चिंता बढ़ गई क्योंकि इस खाड़ी देश में अगले साल वर्ल्ड कप फुटबॉल का आयोजन होगा और हजारों की संख्या में विदेशी पर्यटकों की यहां आने की संभावना है.
माफी, मुआवजे और सुरक्षा की मांग
सिडनी स्थित फर्म मार्के लॉयर्स के डेमियन स्टर्जकर ने कहा कि सात प्रभावित यात्री अब "कतर के अधिकारियों को एक संदेश भेजने के लिए कानूनी कार्रवाई की योजना बना रहे हैं कि आप महिलाओं के साथ इस तरह से व्यवहार नहीं कर सकते."
उन्होंने समाचार एजेंसी एएफपी को बताया, "करीब एक साल पहले महिलाओं के ग्रुप को उस शाम भारी संकट का सामना करना पड़ा, और उस वक्त जो कुछ हुआ उसके परिणामस्वरूप वे बुरे प्रभाव और आघात से पीड़ित हैं." स्टर्जकर ने कहा कि महिलाएं एयरपोर्ट से आने वाले भावी यात्रियों के लिए औपचारिक माफी, मुआवजे और सुरक्षा की मांग कर रही हैं.
कतर एक अति-रूढ़िवादी मुस्लिम राजशाही राष्ट्र है, जहां शादी के इतर सेक्स और बच्चे को जन्म देने पर जेल की सजा का प्रावधान है.
हालांकि वर्ल्ड कप से पहले, कतर ने आलोचकों को आश्वस्त करने के लिए संघर्ष किया है कि महिलाओं के अधिकारों, श्रम संबंधों और लोकतंत्र को लेकर अपने वादे कायम है.
विवाद बढ़ने पर कतर ने मांगी थी माफी
बाद में कतर ने इस घटना के लिए माफी मांगी थी और एक अधिकारी को जेल की सजा भी हुई. लेकिन खफा महिलाओं का कहना है कि उनके मामले को तब से नजरअंदाज किया जा रहा है. घटना के बाद संभावित आर्थिक नुकसान को देखते हुए कतर ने यात्रियों की भविष्य की "सेफ्टी और सिक्योकिटी" की गारंटी देने का वादा किया.
देश के प्रधानमंत्री को भी माफीनामा जारी करना पड़ा. एयरपोर्ट पर पुलिस अधिकारी जिसने इस तरह की तलाशी ली थी, को कथित तौर पर दोषी ठहराया गया था.
लेकिन स्टर्जकर ने कहा कि महिलाओं को एयरपोर्ट की प्रक्रियाओं में किसी भी सुधार के बारे में अवगत नहीं कराया गया और मध्यस्थता की तलाश करने के उनके प्रयास नाकाम रहे थे. उन्होंने कहा कि महिलाएं अब फीफा टूर्नामेंट से पहले अपने मामले को उजागर करना चाहती हैं, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कतर जाने से पहले अन्य यात्रियों को अच्छी तरह से सूचित किया जाए.
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