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इस तरह की मौतों को आत्महत्या या प्राकृतिक कारणों के रूप में बता कर मामला रफा-दफा कर देते हैं।
पाकिस्तान के हालात दिन-ब-दिन बद से बदतर होते जा रहे हैं। देश जहां राजनीतिक उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है। वहीं समाज में भी अराजकता अपने चरम पर है। पाकिस्तान में महिलाओं के स्थिति बदहाल हालात में है, आए दिन महिलाओं के के खिलाफ आपराधिक मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। आनर किलिंग के नाम पर, पारिवारिक सम्मान के बहाने महिलाओं की हत्याएं की जा रही हैं। देश के एक स्थानीय मीडिया ने बताया कि पाकिस्तान में महिलाओं को न्याय की गलत भावना के नाम पर अपने कार्यों को सही बनाने वाले अपराधियों के हाथों पीड़ित होना लंबे वक्त से जारी है।
महिलाओं की हत्या के पीछे का विचार
पाकिस्तान में महिलाओं की हत्या के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं इन ज्यादातर मामलों में, हत्याओं के पीछे का विचार और भी गिरा हुआ है। महिलाओं की हत्या समाजिक और यौन नैतिकता की रूढ़िवादी मानसिक धारणाओं
का उल्लंघन करने के कारण किया जा रहा है। महिलाओं की हत्या करने वाले अपराधियों का मानना है कि जो महिलाएं संवेदनाओं को खत्म कर रही हैं या परंपराओं का उल्लंघन कर रही हैं, वह बड़ी गुनाहगार हैं।
महिलाओं के अपने ही बने अपराधी
महिलाओं की हत्या करने वाले अपराधी कोई और नहीं बल्कि उनके अपने ही हैं। कोई अजनबी नहीं, बल्कि परिवार के ही इशारे पर हत्या करने वाले लोग हैं। यह अपराधी पिता, भाई और पति ही होते हैं, इन अपराधों में अक्सर परिवार या समुदाय की मिलीभगत और सहमति शामिल होती है।
महिलाओं की हत्या का कोई आधिकारिक आंकड़ा नहीं है दर्ज
सलाना न जाने कितनी महिलाओं को झूठी शान और परंपरा के नाम पर मौत के घाट उतार दिया जाता है, जिसका कोई सटीक आधिकारिक आंकड़ा दर्ज नहीं है। पाकिस्तान में हर साल होने वाली आनर किलिंग की विशिष्ट संख्या के बारे में कोई स्पष्ट रिपोर्ट आज तक सामने नहीं आई है। इसके पीछे की वजह यह है कि अधिकारियों को परिवार के सदस्यों द्वारा गुमराह किया जाता है जो इस तरह की मौतों को आत्महत्या या प्राकृतिक कारणों के रूप में बता कर मामला रफा-दफा कर देते हैं।
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