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महिला के बेटे ने पड़ोसी की बेटी से रचाई शादी, पूरी स्टोरी हैरान कर देगी
jantaserishta.com
25 April 2022 8:23 AM GMT
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नई दिल्ली: एक युवक ने उस शख्स की बेटी से शादी कर ली जिसने उसके पिता की जान ली थी. शख्स की विधवा मां ने भी हत्यारे की बेटी को दुल्हन बनने से रोकने की कोशिश नहीं की. ये मामला है पूर्वी अफ्रीकी देश रवांडा की.
बात साल 1994 की है. तब रवांडा में नरसंहार हुआ था. 100 दिनों में करीब 8 लाख लागों को मौत के घाट उतार दिया गया था. इस दौरान बर्नाडेट मुकाकबेरा के पति की भी हत्या कर दी गई थी.
एक हालिया इंटरव्यू में बर्नाडेट ने बीबीसी से कहा- तब जो भी हुआ इसमें हमारे बच्चों का कोई लेना-देना नहीं था. इन दोनों को प्यार हो गया और एक-दूसरे को प्यार करने से कोई किसी को नहीं रोक सकता है.
नरसंहार की शुरुआत 6 अप्रैल 1994 को रवांडा के राष्ट्रपति की हत्या के बाद हुई थी. वह हूतू समुदाय से आते थे. घटना के कुछ घंटों बाद से ही इसका गुस्सा तुत्सी समुदाय के लोगों पर फूटने लगा. हूतू समुदाय के लोग अपने आस-पास रह रहे तुत्सी समुदाय के लोगों की हत्या करने लगे.
बर्नाडेट और उनके पति कबेरा वेदास्ती तुत्सी समुदाय से आते हैं. वहीं उनके पड़ोसी ग्रेटियन न्यामिनानी हूतू समुदाय के थे. वे दोनों किसान थे. नरसंहार खत्म होने के बाद तुत्सी समुदाय के लोग सत्ता में आ गए. जिसके बाद हत्याओं में शामिल लाखों लोगों को डिटेन कर लिया गया. ग्रेटियन को भी कस्टडी में लिया गया.
साल 2004 में कोर्ट में ग्रेटियन ने बर्नाडेट के सामने उसके पति ही हत्या की बात कबूल ली. उसने इसके लिए बर्नाडेट से माफी भी मांगी. उसी दौरान महिला ने ग्रेटियन को माफ भी कर दिया. इसकी वजह से ग्रेटियन को 19 साल की सजा नहीं हुई. और उसे दो-साल के कम्युनिटी सर्विस की सजा देकर छोड़ दिया गया.
हालांकि, ग्रेटियन सुनवाई के दौरान 10 सालों तक डिटेंशन में रहा. इस दौरान दोनों परिवार के बीच नजदीकियां बढ़ी थी.
ग्रेटियन की बेटी, यांकुरिजे डोनाटा, बर्नाडेट के घर आकर उनकी मदद करती थी. नरसंहार के दौरान वह 9 साल की ही थी. वहीं बर्नाडेट का बेटा अफ्रेड तब 14 साल का था.
यांकुरिजे डोनाटा ने कहा- मैं अफ्रेड की मां की मदद करती थी. मुझे लगता है कि इसी वजह से उसे मुझसे प्यार हो गया.
वहीं बर्नाडेट ने कहा- यांकुरिजे को पता था कि उसके पिता ने मेरे पति की हत्या की है. इसके बावजूद वह मेरी मदद के लिए आती थी. मुझे उसका साफ दिल और उसका व्यवहार अच्छा लगा. इसलिए मैं उसे अपनी बहू बनने से रोक नहीं सकी. फिर 2008 में कपल की शादी हुई.
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