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भारत से गायब महिला 20 साल बाद पाकिस्तान में मिली, दुबई में नौकरी का वादा फिर धोखा

Admin4
8 Aug 2022 3:26 PM GMT
भारत से गायब महिला 20 साल बाद पाकिस्तान में मिली, दुबई में नौकरी का वादा फिर धोखा
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विदेश में नौकरी का लालच देकर झांसा देने का खेल बड़े स्तर पर लंबे समय से चल रहा है. इस वजह से कई लोग अपने ही परिवारों से बिछड़ जाते हैं और सालों तक उनका किसी से कोई संपर्क नहीं हो पाता. ऐसा ही एक मामला पाकिस्तान से सामने आया है जहां पर हामिदा बानो नाम की महिला को नौकरी के नाम पर धोखा दिया गया और फिर पाकिस्तान के कराची में छोड़ दिया गया. भारत की रहने वालीं हामिदा बानो पिछले 20 साल से अपने परिवार से नहीं मिल पाई हैं.

कराची के ही एक मस्जिद में इमाम वलीउल्लाह मरूफ ने इस महिला की काफी मदद की है. उनकी तरफ से ही भारतीय उच्चायुक्त से संपर्क साधा गया है और अपील हुई है कि हामिदा बानों को फिर उनके परिवार से मिलवाया जाए, उन्हें किसी भी तरह भारत भेजा जाए. मरूफ बताते हैं कि हामिदा इस समय अपने परिवार से मिलने के लिए काफी बेचैन हैं. अभी कराची में वे अपने सौतेले बेटे के साथ रह रही हैं.

हामिदा को लेकर जानकारी सामने आई है कि पहले वे कतर में बतौर कुक काम किया करती थीं. लेकिन तब किसी एजेंट ने उन्हें दुबई में एक नौकरी का वादा कर दिया, पैसे ज्यादा बताए गए, ऐसे में हामिदा भी उस एजेंट के झांसे में आ गईं. लेकिन बाद में बड़ी ही चालाकी से हामिदा को दुबई की जगह पाकिस्तान के कराची ले जाया गया. वहां से फिर तीन महीने तक उन्हें हैदराबाद (पाकिस्तान में एक जगह) में कही पर कैद कर रखा गया. जब हामिदा उनके चंगुल से छूटीं, उन्होंने एक पाकिस्तानी शख्स से शादी कर ली. उस शख्स का एक बेटा पहले से था. लेकिन तीन साल पहले उस पति की भी मौत हो गई और हामिदा अपने सौतेले बेटे के साथ अकेले रह गईं. अभी के लिए मरूफ की मदद से हामिदा ने अपनी बेटी और अपनी पोती से वीडियो कॉल के जरिए बात की है. अब वो उनसे हर कीमत पर मिलना चाहती हैं, उन्हें गले लगाना चाहती हैं.

बताया जा रहा है कि हामिदा को अपने मुंबई वाले घर का एड्रेस भी पता है, वे लगातार सभी को बता रही हैं. अभी के लिए एक तरफ पाकिस्तान में वलीउल्लाह मरूफ, हामिदा की मदद कर रहे हैं तो भारत में भी पत्रकार खलफान शेख अपनी तरफ से हर संभव प्रयास कर रहे हैं. मरूफ ने हामिदा की मदद वाली वीडियो जो यूट्यूब पर डाली थी, उसी के बाद भारत में खलफान सक्रिय हुए और ये मुद्दा सुर्खियों में आ गया. वैसे इस पूरे मामले में हामिदा की भारत में रह रही बेटी यासमिन ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने बताया है कि उनकी मां ने साल 2002 में अपना घर छोड़ दिया था. वे उस एजेंट के झांसे में आ गई थीं जिसने दुबई में नौकरी का वादा किया था.

बाद में जब परिवार वालों ने हामिदा से संपर्क साधने का प्रयास किया तो उस एजेंट ने सिर्फ इतना कहा कि सबकुछ ठीक है और हामिदा अपने परिवार से बात नहीं करना चाहती. अब 20 साल बाद फिर उस बेटी को अपनी मां से मिलने का मौका मिल सकता है. प्रयास शुरू कर दिए गए हैं, कब वो मौका आता है, इसका सभी को इंतजार रहेगा.


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