विंबल्डन ने घोषणा, रूस और बेलारूस के खिलाड़ी इस साल ग्रैंडस्लैम में हिस्सा नहीं ले पाएंगे
विंबल्डन ने घोषणा की है कि रूस और बेलारूस के खिलाड़ी इस साल ग्रैंडस्लैम में हिस्सा नहीं ले पाएंगे. डीडब्ल्यू के डेविड फोरहोल्ट कहते हैं कि यूक्रेन युद्ध के खिलाफ पक्ष लेना सही है लेकिन बैन का यह तरीका गलत है.देखिए, दो बातों पर बिल्कुल स्पष्ट हो जाते हैं. पहला, खेल और राजनीति- बिना अपवाद, एक दूसरे से जुड़े हैं. दूसरा, यूक्रेन पर इस भयानक रूसी हमले की निंदा जरूर करनी चाहिए. उनकी भी, जो इसके लिए जिम्मेदार हैं. और सबसे पहले राष्ट्रपति पुतिन की. लेकिन रूस और बेलारूस के खिलाड़ियों को बाहर रखने से बहुत गलत संकेत जाता है. क्योंकि यहां ऐसे लोगों को सजा देने की बात हो रही है, जो ना किसी संस्था से जुड़े हैं और ना ही एक्टिविस्ट पृष्ठभूमि वाले हैं. किसी देश के राजनेताओं के कामों के लिए उन खिलाड़ियों को सजा देना ठीक नहीं है, जिनका राजनेताओं से कोई सीधा संपर्क नहीं है, ना बतौर खिलाड़ी और ना ही बतौर नागरिक. हो सकता है विंबल्डन की नीयत सही हो, लेकिन इससे प्रभावित होने वाले लोगों का कोई दोष नहीं है. साझा सजा गलत है रूस और बेलारूस के खिलाड़ियों की कही बातें और उनके कामों का असर दिखता है, क्योंकि वे बड़ा नाम हैं.