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क्या कई सालों तक महसूस किया जाएगा कोरोना का असर? WHO का ये है दावा

Renuka Sahu
8 Feb 2022 3:28 AM GMT
क्या कई सालों तक महसूस किया जाएगा कोरोना का असर? WHO का ये है दावा
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फाइल फोटो 

दुनियाभर में कोरोना महामारी का कहर अभी तक जारी है. कुछ देशों में कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार कम जरूर हुआ है लेकिन ये अभी भी लोगों को काफी प्रभावित कर रहा है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। दुनियाभर में कोरोना महामारी का कहर अभी तक जारी है. कुछ देशों में कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार कम जरूर हुआ है लेकिन ये अभी भी लोगों को काफी प्रभावित कर रहा है. दुनियादुनियाभर में कोरोना महामारी का कहर अभी तक जारी है. कुछ देशों में कोरोना वायरस संक्रमण का प्रसार कम जरूर हुआ है लेकिन ये अभी भी लोगों को काफी प्रभावित कर रहा है. दुनियाके ज्यादातर देशों में वैक्सीनेशन अभियान तेजी से जारी है लेकिन अभी भी दुनिया की काफी अधिक आबादी टीकाकरण से वंचित है. इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख टेड्रोस एडहानॉम गेब्रेयेसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कहा है कि दुनिया भर में कोरोना वायरस के प्रसार की गति धीमी होने के बावजूद भी इस वायरस का असर (Impact Of Covid-19) कई सालों तक महसूस किया जाएगा.

दशकों तक महसूस किया जाएगा कोरोना का प्रभाव
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अधिक कोरोनोवायरस (Coronavirus) वेरिएंट के उभरने के लिए अभी भी स्थितियां आदर्श बनी हुई हैं. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि कोरोना का प्रभाव सबसे कमजोर समुदायों के बीच में ज्यादा महसूस किया जाएगा. कोरोना महामारी का प्रभाव लंबे वक्त तक रह सकता है. जिससे लोगों पर इसका प्रभाव और ज्यादा नुकसानदायक हो सकता है. WHO के प्रमुख टेड्रोस का मानना है कि कोरोना महामारी (Corona Pandemic) का बुरा प्रभाव दशकों तक महसूस किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि दुनिया के देशों के बीच टीकाकरण (Vaccination) को लेकर काफी असमानता है.
महामारी को नियंत्रण में लाने के लिए प्रयास जारी
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख डॉ. टेड्रोस ने आगे बताया कि वर्तमान समय में राष्ट्रमंडल देशों की महज 42 फीसदी आबादी को ही वैक्सीनेशन की दूसरी डोज मिली है. उन्होंने कहा कि कॉमन वेल्थ के अफ्रीकी देशों में औसत वैक्सीनेशन रेट केवल 23 फीसदी ही है. इस असमानता की भरपाई करना बेहद जरूरी है. ये विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक तत्काल प्राथमिकता है. उन्होंने जोर देते हुए ये भी कहा कि महामारी को कंट्रोल में करने के साथ जिंदगी बचाने और आजीविका की रक्षा करने के लिए समर्थन करते हुए काम करते रहेंगे.
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