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पंजशीर घाटी पर होगा तालिबान का कब्जा? नॉर्दन अलायंस के साथ सीज़फायर पर राजी- रिपोर्ट
Rounak Dey
26 Aug 2021 8:19 AM GMT
![पंजशीर घाटी पर होगा तालिबान का कब्जा? नॉर्दन अलायंस के साथ सीज़फायर पर राजी- रिपोर्ट पंजशीर घाटी पर होगा तालिबान का कब्जा? नॉर्दन अलायंस के साथ सीज़फायर पर राजी- रिपोर्ट](https://jantaserishta.com/h-upload/2021/08/26/1264612-39.gif)
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कहा जा रहा है कि पहले तालिबानियों को जिंदा पकड़ा गया और फिर उन्हें गोली मार दी गई.
अफगानिस्तान (Afghanistan) पर तालिबान (Taliban) के कब्ज़े को 10 दिन हो गए हैं. अब तक सिर्फ एक प्रांत तालिबान के कब्जे में नहीं आया है. इसका नाम है पंजशीर घाटी (Panjshir Valley). यहां से तालिबान को नॉर्दर्न अलायंस (Northern Alliance) से लगातार चुनौती से मिल रही है. अब खबर है कि तालिबान की सुलह के लिए नॉर्दर्न अलायंस से बातचीत हो गई है. तालिबान और पंजशीर के प्रतिनिधियों के बीच परवान प्रांत की राजधानी चारिकर में बातचीत हुई. इस दौरान दोनों गुट एक-दूसरे पर हमला नहीं करने पर सहमत हुए हैं.
टोलो न्यूज की खबर के मुताबिक, तालिबान की ओर से बातचीत की अगुवाई मौलाना अमीर खान मुक्तई मुक्तई ने की. इस बातचीत को तालिबान ने अमन जिरगा नाम दिया है.
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पंजशीर में नॉर्दर्न अलायंस की अगुवाई अफगानिस्तान के पूर्व कमांडर अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद कर रहे हैं. स्वघोषित कार्यवाहक राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह भी यहीं हैं. दोनों नॉर्दर्न अलायंस के लड़ाकों को तालिबान के खिलाफ मजबूती से तैयार कर रहे हैं.
इससे पहले अहमद मसूद ने कहा कि वह तालिबान के सामने सरेंडर नहीं करेंगे, लेकिन उससे बात करने को तैयार हैं. उनका एक इंटरव्यू बुधवार को फ्रेंच मैग्जीन में प्रकाशित हुआ है. तालिबान के कब्जे के बाद अपने पहले इंटरव्यू में मसूद ने कहा, 'मैं सरेंडर करने से अच्छा मरना पसंद करूंगा. मैं अहमद शाह मसूद का बेटा हूं. मेरी डिक्शनरी में सरेंडर जैसा शब्द ही नहीं है.'
पंजशीर में मिल रही चुनौती का अभी भी तालिबान के पास कोई जवाब नहीं है. बुधवार को ऐसी ख़बरें आ रही थीं कि पंजशीर के लिए भोजन और ईंधन की आपूर्ति रोकी जा रही है. लेकिन, आज इसे खारिज कर दिया गया है.
पंजशीर में घुसने की कोशिश कर रहे 35 तालिबानी मारे जा चुके
बता दें कि पंजशीर की रखवाली में पांच-पांच पर्वत तैनात हैं. अलग-अलग दौर में कई कोशिशें हुईं. तालिबान ने तो जी-जान लगा दिया. पंजशीर में घुसने की कोशिश कर रहे 35 तालिबानी मारे जा चुके हैं. कहा जा रहा है कि पहले तालिबानियों को जिंदा पकड़ा गया और फिर उन्हें गोली मार दी गई.
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