अपने संप्रभुता से नहीं करेंगे समझौता, ताइवान ने चीन पर किया पलटवार

ताइवान ने चीन के उस बयान पर पलटवार करते हुए जवाब दिया है, जिसमें चीन ने कहा था कि वह ताइवान को चीन में मिलाने के लिए कुछ भी करेगा। ताइवान ने कहा है कि वह अपने संप्रभुता, लोकतंत्र और स्वतंत्रता के मूल्यों से कभी समझौता नहीं करेगा। इससे पहले चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा था कि बीजिंग ताइवान को अपने देश में जोड़ने के लिए सेना का उपयोग करता रहेगा।
क्षेत्रीय संप्रभुता, लोकतंत्र और स्वतंत्रता से नहीं होगा समझौता
अमेरिकी न्यूज चैनल सीएनएन ने ताइवान के राष्ट्रपति कार्यालय के प्रवक्ता चांग तुन-हान के हवाले से बताया कि हमारी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम सभी स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही है और आगे भी ऐसे ही इन सभी घटनाक्रमों पर घ्यान रखा जाएगा। उन्होंने कहा, 'ताइवान की जनता की आम सहमित है कि क्षेत्रीय संप्रभुता, लोकतंत्र और स्वतंत्रता से समझौता नहीं किया जा सकता है।'
चीन करता रहेगा ताइवान पर सैन्य बल का प्रयोग
मालूम हो कि ताइवान की ओर से यह प्रतिक्रिया उस समय आई है, जब चीन ने ताइवान को चेतावनी देते हुए कहा कि वह ताइवान पर सैन्य बल का प्रयोग करना नहीं छोड़ेगा। हम ताइवान पर सभी प्रकार के विकल्प को सुरक्षित रखे हुए हैं। राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने बीजिंग में 20वीं कम्युनिस्ट पार्टी राष्ट्रीय कांग्रेस का उद्घाटन करते हुए ताइवान के खिलाफ सैन्य गतिविधियों पर बचाव करते हुए कहा कि उन्होंने सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए देश की गरिमा और मूल हितों की रक्षा की।
चीन की सरकारी न्यूज एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक, राष्ट्रपति चिनफिंग ने कहा, 'ताइवान की स्वतंत्रता और ताइवान मामलों में बाहरी हस्तक्षेप के घोर उकसावे के उद्देश्य से अलगाववादी गतिविधियों के जवाब में हमने अलगाववाद के खिलाफ दृढ़ता से लड़ाई लड़ी है और इसके हस्तक्षेप का मुकाबला किया है।'