विश्व

इमरान खान के खिलाफ हो जाएगी उनकी ही पार्टी? 'माइनस-वन फॉर्मूले' से बचना नामुमकिन!

Neha Dani
14 Sep 2022 5:03 AM GMT
इमरान खान के खिलाफ हो जाएगी उनकी ही पार्टी? माइनस-वन फॉर्मूले से बचना नामुमकिन!
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रेड लाइन को क्रॉस किया और ऐसा करने की कोशिश करने पर उन्होंने भी खुद को 'माइनस-वन' का शिकार होना बताया।

इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान सत्ता से बेदखल होने के बाद भी शहबाज सरकार के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। वह लगातार रैलियां कर रहे हैं और नई गठबंधन सरकार पर विदेशी साजिश के आरोप लगा रहे हैं। लेकिन अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के मुखिया इमरान खान के खिलाफ नया दांव खेलना शुरू कर दिया है। इमरान खान ने अपने ट्वीट में कहा, 'शहबाज शरीफ के लिए सवाल- क्या आप पीटीआई से डर गए है? आप मीडिया की खिंचाई, पत्रकारों के खिलाफ धमकी और हिंसा और फर्जी मामलों के लिए खुद को जिम्मेदार मानते है? मुझे टीवी और यूट्यूब से ब्लैकआउट करने की कोशिश कर रहे हैं?'


एक दूसरे ट्वीट में इमरान ने कहा, 'कल हमारा गुजरांवाला जलसा हकीकी आजादी आंदोलन वर्तमान चरण का अंतिम होगा। मैं अगले महत्वपूर्ण चरण की घोषणा जलसे में करूंगा। आयातित सरकार और उसके संचालक इतने डरे हुए हैं कि वे 'माइनस-वन फॉमूर्ले' की ओर बढ़ रहे हैं।' पीटीआई की ओर से ऐसा दावा किया गया है कि इमरान खान को भविष्य के किसी भी चुनाव से अयोग्य ठहराने के लिए फॉर्मूले के इस्तेमाल करने की कोशिश की जा रही है।


क्या है पाकिस्तान में 'माइनस वन फॉर्मूला'?
इमरान खान की पीटीआई ने 'माइनस-वन फॉमूर्ला' के खिलाफ जमीनी विरोध शुरू कर दिया है, जो पाकिस्तान की राजनीति में इस्तेमाल किया जाने वाला एक लोकप्रिय शब्द है। इस शब्द को अगर संक्षेप में कहा जाए तो यह एक राजनीतिक दल को उसके अपने ही नेता के विरुद्ध करने की कोशिश है। पाकिस्तान में आमतौर पर इसका इस्तेमाल सेना की ओर से किया जाता है।


फॉर्मूले से बच नहीं पाए बड़े-बड़े चेहरे
अतीत में, लियाकत अली खान, फातिमा जिन्ना, जुल्फिकार अली भुट्टो, नवाज शरीफ आदि लोकप्रिय राजनेता इस फॉर्मूले का शिकार हुए हैं। पाकिस्तान में कई ऐसे असैन्य नेता जब वे ज्यादा बड़े हो गए तो उन्हें संदिग्ध तरीकों से दरकिनार कर दिया गया। कई प्रधानमंत्री और राष्ट्रपतियों के साथ ही ढेरों अन्य नेताओं के बारे में माना गया कि उन्होंने रेड लाइन को क्रॉस किया और ऐसा करने की कोशिश करने पर उन्होंने भी खुद को 'माइनस-वन' का शिकार होना बताया।इस्लामाबाद : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान सत्ता से बेदखल होने के बाद भी शहबाज सरकार के लिए सिरदर्द बने हुए हैं। वह लगातार रैलियां कर रहे हैं और नई गठबंधन सरकार पर विदेशी साजिश के आरोप लगा रहे हैं। लेकिन अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के मुखिया इमरान खान के खिलाफ नया दांव खेलना शुरू कर दिया है। इमरान खान ने अपने ट्वीट में कहा, 'शहबाज शरीफ के लिए सवाल- क्या आप पीटीआई से डर गए है? आप मीडिया की खिंचाई, पत्रकारों के खिलाफ धमकी और हिंसा और फर्जी मामलों के लिए खुद को जिम्मेदार मानते है? मुझे टीवी और यूट्यूब से ब्लैकआउट करने की कोशिश कर रहे हैं?'

एक दूसरे ट्वीट में इमरान ने कहा, 'कल हमारा गुजरांवाला जलसा हकीकी आजादी आंदोलन वर्तमान चरण का अंतिम होगा। मैं अगले महत्वपूर्ण चरण की घोषणा जलसे में करूंगा। आयातित सरकार और उसके संचालक इतने डरे हुए हैं कि वे 'माइनस-वन फॉमूर्ले' की ओर बढ़ रहे हैं।' पीटीआई की ओर से ऐसा दावा किया गया है कि इमरान खान को भविष्य के किसी भी चुनाव से अयोग्य ठहराने के लिए फॉर्मूले के इस्तेमाल करने की कोशिश की जा रही है।


क्या है पाकिस्तान में 'माइनस वन फॉर्मूला'?
इमरान खान की पीटीआई ने 'माइनस-वन फॉमूर्ला' के खिलाफ जमीनी विरोध शुरू कर दिया है, जो पाकिस्तान की राजनीति में इस्तेमाल किया जाने वाला एक लोकप्रिय शब्द है। इस शब्द को अगर संक्षेप में कहा जाए तो यह एक राजनीतिक दल को उसके अपने ही नेता के विरुद्ध करने की कोशिश है। पाकिस्तान में आमतौर पर इसका इस्तेमाल सेना की ओर से किया जाता है।


फॉर्मूले से बच नहीं पाए बड़े-बड़े चेहरे
अतीत में, लियाकत अली खान, फातिमा जिन्ना, जुल्फिकार अली भुट्टो, नवाज शरीफ आदि लोकप्रिय राजनेता इस फॉर्मूले का शिकार हुए हैं। पाकिस्तान में कई ऐसे असैन्य नेता जब वे ज्यादा बड़े हो गए तो उन्हें संदिग्ध तरीकों से दरकिनार कर दिया गया। कई प्रधानमंत्री और राष्ट्रपतियों के साथ ही ढेरों अन्य नेताओं के बारे में माना गया कि उन्होंने रेड लाइन को क्रॉस किया और ऐसा करने की कोशिश करने पर उन्होंने भी खुद को 'माइनस-वन' का शिकार होना बताया।


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