लैंगिक रूढ़िवादिता महिलाओं को काम पर बनाए रखने से रोकती है लेकिन मुट्ठी भर टेक कंपनियों का कहना है कि उन्होंने ऐसा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस विकसित किया जो है भर्ती में पक्षपात को तोड़ने में मदद कर सकता है.महिलाओं को रोजगार के क्षेत्र में अनेकों चुनौतियों का सामना करना पड़ता है. पहले तो उन्हें घर संभालना होता है और फिर काम के लिए बाहर जाना पड़ता है. दफ्तर में भी वेतन से लेकर पदोन्नति तक में भेदभाव का सामना करना पड़ता है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऐसी महिलाओं को रोजगार पाने में पक्षपात को तोड़ने में मदद कर सकता है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से महिला उम्मीदवारों को एक उचित मौका और पदोन्नति मिल सकता है. कोलोराडो स्थित सॉफ्टवेयर फर्म पाइपलाइन इक्विटी की कातिका रॉय के मुताबिक, "हम कई बार इक्विटी के बारे में बात करते हैं, हम इसके सामाजिक मुद्दे पर बात करते हैं या फिर उचित चीज करने के बारे में. लेकिन वास्तव में यह भविष्य में बड़ा आर्थिक अवसर है" कंपनियां तेजी से मदद पाने के लिए एआई की ओर रुख कर रही हैं. नियुक्ति संबंधी निर्णय, डिजिटल अधिकार विशेषज्ञों के बीच चिंता का विषय बना हुआ है जो चेतावनी देते हैं कि एल्गोरिदम पूर्वाग्रहों को कायम रख सकते हैं