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नई तकनीक से ही मंगल पर पहुंचा जाएगा। ये आसान नहीं है।
नासा के Artemis-1 मिशन को लान्च करने की दूसरी कोशिश नाकाम रहने के बाद अब नासा इसकी अगली तारीख का ऐलान करेगा। नासा का कहना है कि ये सितंबर के दूसरे सप्ताह से लेकर अक्टूबर तक कभी भी किया जा सकता है। फिलहाल नासा की टीम इसके फ्यूल लीकेज की समस्या को दुरुस्त नहीं कर सकी है। शनिवारा को लान्च के दौरान लीकेज के बाद इसके लान्च को न करने का फैसला लिया गया था। इससे पहले 29 अगस्त को इसको लान्च करने की कोशिश की गई थी। उस वक्त Space Launch System के चार राकेट जरूरत से अधिक गर्म हो गए थे। इसके बाद बैड सैंसर की जानकारी सामने आई थी और ये लान्च रोक दिया गया था।
आपको बता दें कि 30 मंजिला SLS का ये पहला लान्च था। वहीं नासा के Orion Spacecraft के लिए भी ये पहला बड़ा टेस्ट होना था। ओरियन को इस राकेट के सबसे ऊपर रखा गया है। ओरियन के जरिए नासा भविष्य में चांद पर अपना मानव मिशन भेजने का प्लान बना रहा है। इस लान्च के जरिए नासा को ये देखना था कि ओरियन के चांद के आर्बिटर में जाने पर इस पर क्या प्रभाव पड़ता है। भविष्य में इसके जरिए ही नासा की योजना चांद पर पहली महिला को भेजने की है।
नासा के एक्सप्लोरेशन सिस्टम डेवलेपमेंट के एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर जिम फ्री का कहनाहै कि फिलहाल ये आफ द टेबल है। उन्होंने ये बात एक प्रेस कांफ्रेंस में कही है। नासा के मुताबिक 19 सितंबर से 4 अक्टूबर के बीच इसको लान्च करने की फिर कोशिश की जाएगी। ये इस पर निर्भर करेगा कि नासा की टीम सभी तकनीकी खराबी को दूर कर पाती है या नहीं।
नासा के एडमिनिस्ट्रेटर बिल नेलसन का कहना है कि ये बिल्कुल नई तकनीक है और नया व्हीकल है। ये नए काम को करने के लिए बनाया गया है। पहले भी नई तकनीके के दम पर चांद पर पहुंचा गया था। नई तकनीक से ही मंगल पर पहुंचा जाएगा। ये आसान नहीं है।
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