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चीन की आर्मी में PAK आर्मी अफसरों को क्यों किया गया तैनात, सामने आई खुफिया रिपोर्ट

Renuka Sahu
2 Oct 2021 3:25 AM GMT
चीन की आर्मी में PAK आर्मी अफसरों को क्यों किया गया तैनात, सामने आई खुफिया रिपोर्ट
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फाइल फोटो 

पाकिस्तान के सैन्य अफसरों को चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के मुख्यालय में तैनात किया जा रहा है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। पाकिस्तान (Pakistan) के सैन्य अफसरों को चीन (China) की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) के मुख्यालय में तैनात किया जा रहा है. एक मीडिया रिपोर्ट के मुतािबक, चीन की सेना (पीपुल्स लिबरेशन आर्मी) के वेस्टर्न और सदर्न कमांड में पाकिस्तान के फौजी अफसर तैनात किए गए हैं. वेस्टर्न कमांड लद्दाख जबकि सदर्न कमांड (Western, Southern Theatre Commands) तिब्बत के इलाकों में तैनात है. भारत के रक्षा मंत्रालय और सेना की इन मामलों पर पैनी नजर है.

चीन और पाकिस्तान (China and Pakistan Relation) के बारे में जानकारी दी है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान के फौजी अफसरों को इन दोनों कमांड्स के हेडक्वॉर्टर में पोस्टिंग दी गई है. चीन ने पिछले महीने जनरल वांग हेजियांग को वेस्टर्न थिएटर कमांड की जिम्मेदारी सौंपी है. खास बात यह है कि एक तरफ तो चीन इस इलाके से सैनिकों को हटाने की बात कर रहा है, दूसरी तरफ लद्दाख में दूसरे रास्ते से फौज और हथियारों की तैनाती बढ़ा रहा है.
ये तैनाती पाकिस्तान और चीन के बीच इंटेलिजेंस शेयरिंग अरेंजमेंट के आधार पर हुई हैं. रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान सेना के कर्नल रैंक के अधिकारी सेंट्रल मिलिट्री कमिशन के जॉइंट स्टाफ डिपार्टमेंट में तैनात हैं, जो चीन के सशस्त्र बलों के लिए युद्ध की योजना, प्रशिक्षण और रणनीति बनाने के लिए जिम्मेदार है.
रिपोर्ट से यह भी पता चला है कि पाकिस्तान के करीब 10 अतिरिक्त सैन्य अधिकारी, रक्षा अटैचमेंट के अलावा खरीद संबंधी परियोजनाओं के लिए बीजिंग में पाकिस्तान दूतावास में भी तैनात हैं.
पाकिस्तान की सेना लगातार चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) और चीनी नागरिकों को सहयोग दे रही है. सैनिकों की तैनाती से दोनों देशों के बीच आने वाले तनाव के मुद्दों को कम करने की कोशिश हो रही है. पीएलए के वेस्टर्न थियेटर कमांड का काम भारत से लगने वाली सीमा, शिंजियांग और तिब्बत से लगने वाली सीमा की निगरानी करना है. जबकि सदर्न थियेटर कमांड (China Southern Theatre Command) हांगकांग और मकाऊ जैसे क्षेत्रों की सीमा की निगरानी करती है. कहीं आर्थिक मदद ना रुक जाए, इस डर से पाकिस्तान चीन को हर तरह की सहायता दे रहा है.
CPEC की रक्षा में जुटा पाकिस्तान
पाकिस्तानी अखबार डॉन की 2016 की एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान ने चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे और इस काम में शामिल लोगों की सुरक्षा के लिए अपने अर्धसैनिक बलों के 9000 सैनिकों और 6000 कर्मियों के साथ एक विशेष सुरक्षा प्रभाग की स्थापना की थी. साल 2019 में पाकिस्तान सेना ने कहा कि वह चीनी नागरिकों और सीपीईसी परियोजनाओं (CPEC Projects) की रक्षा के लिए तैनात विशेष सैनिकों की संख्या बढ़ाएगी. इस परियोजना को पाकिस्तान और चीन के बीच दोस्ती के प्रमाण के रूप में संदर्भित किया जाता है.


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