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रूस ने क्यों कहा- अगर लड़ाई हुई तो खत्म हो जाएगा यूक्रेन

Neha Dani
9 April 2021 10:41 AM GMT
रूस ने क्यों कहा- अगर लड़ाई हुई तो खत्म हो जाएगा यूक्रेन
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उसकी रक्षा करना नाटो से सदस्य सभी देशों की जिम्मेदारी बन जाएगी।

यूक्रेन के साथ बढ़ते तनाव के बीच रूस ने अब और ज्यादा आक्रामक रुख अपना लिया है। रूसी मीडिया को ब्रीफिंग में क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय) के अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगर यूक्रेन ने अपनी 'शत्रुतापूर्ण गतिविधियां' बढ़ाईं तो वह अपने अंत को आमंत्रित करेगा। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के डिप्टी चीफ ऑफ स्टाफ दिमित्री कोजाक ने कहा- 'मैं यूक्रेन के अंदर मौजूद इस आकलन का समर्थन करता हूं कि लड़ाई की शुरुआत असल में यूक्रेन के अंत की शुरुआत होगी।' कोजाक ने कहा कि यह ऐसा जख्म होगा, जिसे यूक्रेन खुद आमंत्रित कर रहा है। इसमें गोली उसके पांव में नहीं, बल्कि चेहरे पर लगेगी।

रूस ने यह दो टूक कहा है कि वह यूक्रेन के पूर्वी हिस्से में मौजूद रूसी नागरिकों की रक्षा के लिए खुल कर सामने आएगा। वह कितना दखल देगा, यह इससे तय होगा कि 'आग कितनी सुलगती' है। इसके पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदमीर जेलेन्स्की ने पश्चिमी देशों से अपील की थी कि वे यूक्रेन की मदद के लिए आगे आएं। जेलेन्स्की ने गुरुवार को यूक्रेन की रूस से लगी सीमा का दौरा किया। पश्चिमी मीडिया की खबरों के मुताबिक रूस ने सीमा पर अपने सैकड़ों सैनिकों का जमावड़ा कर रखा है। उसने वहां युद्ध की लगभग तमाम तैयारियां कर रखी हैं।

सैन्य विश्लेषकों ने ध्यान दिलाया है कि रूस ने आखिरी बार इतने बड़े पैमाने पर सैनिकों का जमावड़ा 2014 में किया था, जब उसने क्राइमिया इलाके पर कब्जा कर लिया। बाद रूस ने क्राइमिया को अपने देश में मिला लिया। क्राइमिया 2014 तक यूक्रेन में था, लेकिन वहां रूसी मूल के लोगों की बहुसंख्या है। अब आरोप है कि अब रूस यूक्रेन के एक और इलाके- दोनबास में बागियों का समर्थन कर रहा है। इस इलाके में भी रूसी मूल के लोगों की बहुसंख्या है।

यूक्रेन की सेना ने बताया है कि रूस ने सीमा पर सेना की 28 बैटेलियन टैक्टिकल इकाइयों की तैनाती कर दी है। ये इकाइयां यूक्रेन से लगी सीमा पर 250 किलोमीटर की दूरी तक तैनात हैं। रूस ने उस क्षेत्र में अपनी सेना ले जाने की बात मानी है, लेकिन कहा है कि उससे किसी को खतरा नहीं है। लेकिन पश्चिमी देशों में रूस-यूक्रेन सीमा पर बढ़ रहे तनाव को लेकर लगातार चिंता जताई जा रही है। जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने गुरुवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की और उनसे संयम बरतने का अनुरोध किया। बताया जाता है कि पुतिन ने मर्केल से बातचीत के दौरान आरोप लगाया कि सीमा पर तनाव यूक्रेन भड़का रहा है।

ताजा खबरों में बताया गया है कि दोनबास इलाके में यूक्रेन की सेना और अलगाववादी गुटों में लड़ाई तेज हो गई है। ये अलगाववादी दोनबास क्षेत्र को रूस में मिलाना चाहते हैं। यूक्रेन ने बताया है कि इस साल की शुरुआत से दोनबास इलाके में उसके 25 सैनिक मारे जा चुके हैँ। गुरुवार को एक सैनिक मारा गया। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेन्स्की ने इस क्षेत्र में बढ़ती लड़ाई को देखते हुए उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) से अनुरोध किया है कि यूक्रेन को नाटो की सदस्यता देने के मामले में फैसला जल्द किया जाए। गौरतलब है कि अगर यूक्रेन को नाटो की सदस्यता मिल गई, तो उसकी रक्षा करना नाटो से सदस्य सभी देशों की जिम्मेदारी बन जाएगी।


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