अमेरिका, मॉरीशस, गुयाना, आयरलैंड, पुर्तगाल और फिजी. ये सभी देश दुनिया के नक्शे में अलग अलग बिखरे हैं. यहां अलग अलग भाषाएं बोली जाती हैं और इनकी संस्कृतियां भी अलग हैं. लेकिन एक चीज इन सभी देशों में समान है और वो ये कि इन सभी देशों में भारतीय मूल के लोग सत्ता संभाल चुके हैं या संभाल रहे हैं. वो इन देशों में प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद की कुर्सी तक भी पहुंचे हैं. दुनिया में भारत के अलावा कोई दूसरा ऐसा देश नहीं हैं, जहां के लोगों ने करीब 30 देशों पर या तो राज किया है और या कर रहे हैं.
ब्रिटेन का पीएम बनते-बनते रह गए ऋषि सुनक
ये जानकारी हम आपको इसलिए दे रहे हैं क्योंकि आज एक और भारतवंशी ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनते बनते रह गया. कंजर्वेटिव पार्टी के नेता और ब्रिटेन के वित्त मंत्री रह चुके ऋषि सुनक (Rishi Sunak) प्रधानमंत्री बनने की रेस में अपनी ही पार्टी की लिज़ ट्रस (Liz Truss) से हार गए. अब 47 वर्ष की लिज ट्रस ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री होंगी. वो ब्रिटेन की सत्ता संभालने वाली तीसरी महिला भी होंगी. इससे पहले मार्गरेट थैचर और थेरेसा मे (Theresa May) भी ब्रिटेन की प्राइम मिनिस्टर रह चुकी हैं.
लिज ट्रस बनीं यूके की नई पीएम
ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री मार्गरेट थैचर ने वर्ष 1979 में ब्रिटेन की सत्ता संभाली थी. उन्हें आयरन लेडी के नाम से भी जाना जाता था. वो लिज ट्रस (Liz Truss) की रोल मॉडल रही हैं. लिज ट्रस ने सात वर्ष की उम्र में अपने स्कूल में मार्गरेट थैचर का एक रोल भी प्ले किया था और आज 40 वर्ष बाद वो खुद उसी कुर्सी तक पहुंच चुकी हैं.
ब्रिटेन के मौजूदा प्रधानमंत्री बॉरिस जॉनसन ने इसी 7 जुलाई को पार्टी के नेता पद से इस्तीफ़ा दे दिया था. जिसके बाद उनकी कंजर्वेटिव पार्टी के अंदर नए नेता का चुनाव किया गया. इस रेस में लिज ट्रस और ऋषि सुनक के साथ कई दूसरे नेता भी शामिल थे. हालांकि बाद में बाकी सभी मुकाबले से बाहर हो गए और रेस में सिर्फ ट्रस और सुनक (Rishi Sunak) ही रह गए.
20 हजार वोटों से खा गए मात
कंजर्वेटिव पार्टी के सांसदों की पांचों राउंड की वोटिंग में ऋषि सुनक (Liz Truss) लिज ट्रस पर हावी रहे. लेकिन आखिरी फैसला पार्टी के करीब 1 लाख 60 हजार रजिस्टर्ड सदस्यों को करना था. इस आखिरी राउंड में लिज़ ने ऋषि सुनक (Rishi Sunak) को मात दे दी. ट्रस को कुल 81 हजार 326 वोट मिले जबकि सुनक को 60 हजार 399 वोट मिले. इस तरह वो करीब 20 हजार वोटों से ये चुनाव जीत गईं.
हालांकि आपको ये भी जान लेना चाहिए कि वर्ष 2001 के बाद लिज ब्रिटेन की ऐसी पहली पीएम हैं. जिन्हें 60% से कम वोट मिले हैं. लिज को 57% पार्टी सदस्यों ने ही वोट दिया. जबकि वर्ष 2019 में जब बोरिस जॉनसन को 66.4%. वर्ष 2005 में डेविड कैमरून को 67.6% और 2001 में डंकन स्मिथ को 60.7% वोट मिले थे.
ब्रिटेन में अश्वेतों की बड़ी आबादी
यानी आप कह सकते हैं कि ऋषि सुनक (Rishi Sunak) ब्रिटेन के पहले अश्वेत प्रधानमंत्री बनने के काफी करीब थे. उन्होने लिज ट्रस (Liz Truss) को बेहद कड़ी टक्कर दी. अपने लंबे औपनिवेशिक इतिहास की वजह से ब्रिटेन में अश्वेतों की अच्छी खासी आबादी है. लेकिन आज तक इस देश में कोई भी अश्वेत व्यक्ति सत्ता के शिखर तक नहीं पहुंच पाया है. जबकि अमेरिका को वर्ष 2008 में बराक ओबामा के रूप में पहला अश्वेत राष्ट्रपति मिला था. हालांकि यहां तक पहुंचने में अमेरिका को 200 वर्ष का समय लग गया.
न्यूज़ क्रेडिट : ज़ी न्यूज़