इजरायल PM-इन-वेटिंग नेफ्टाली बेनेट से क्यों खौफ खाता है फिलिस्तीन
इजरायल पर इस वक्त पूरी दुनिया की नजर है. लगातार 12 साल के बाद सत्ता की बागडोर प्रधानमंत्री बेन्यामिन नेतन्याहू के हाथों से निकलकर नेफ्टाली बेनेट के हाथों में जाने वाली है. मध्य-पूर्व में हलचल तेज है. सत्ता परिवर्तन की तारीख तय दिख रही है. इजरायली संसद के स्पीकर ने साफ कर दिया है कि 14 जून से पहले 36वीं सरकार के विश्वास मत की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. कोई बड़ा उलटफेर नहीं हुआ तो दक्षिणपंथी नेफ्टाली बेनेट आठ पार्टियों के गठबंधन से इजरायल के अगले प्रधानमंत्री बन जाएंगे. ऐसे में कयास यह लगाए जा रहे हैं कि 'शूट टु किल' की नीति वाले नेफ्टाली के पीएम बनने के बाद इजरायल-फिलिस्तीन शांति समझौते का क्या होगा? पूरे फिलिस्तीन पर इजरायली कब्जा के हिमायती नेफ्टाली के सत्ता संभालने के बाद उस 'द्वि-राष्ट्र समाधान' का क्या होगा – जिसकी उम्मीद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हाल में ही जताई थी? सवाल ये भी है कि इजरायल का विरोध करने वाले फिलिस्तीनी बच्चों को भी आतंकी मानने वाले नेफ्टाली जब देश पर शासन करेंगे तो गाजा और वेस्ट बैंक में क्या होगा?