पाकिस्तान पर क्यों नरम पड़ा US, बाइडन के बयान से क्यों पलटा व्हाइट हाउस

नई दिल्ली।अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के एक बयान ने पाकिस्तान की सियासत में खलबली मचा दी। बाइडन ने कहा कि परमाणु हथियार संपन्न पाकिस्तान दुनिया के सबसे खतरनाक मुल्कों में है। इसके बाद अमेरिका और पाकिस्तान के संबंधों की नए सिरे से समीक्षा शुरू हो गई। खास बात यह है कि बाइडन का यह बयान ऐसे समय आया जब पाकिस्तान और अमेरिका एक दूसरे के करीब आ रहे थे। इसके बाद व्हाइट हाउस ने बाइडन के बयान का बचाव किया। ऐसे में सवाल उठता है कि बाइडन के बयान के बाद व्हाइट हाउस ने राष्ट्रपति के बयान का बचाव क्यों किया। व्हाइट हाउस के इस बयान के क्या मायने हैं। क्या अमेरिका और पाकिस्तान के रिश्तों में कोई बड़ा बदलाव आएगा।
विदेश मामलों के जानकार प्रो हर्ष वी पंत का कहना है कि अमेरिका के विदेश विभाग ने सिर्फ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बयान का बचाव किया है। व्हाइट हाउस के इस बयान के कोई बड़े कूटनीतिक मायने नहीं हैं। इससे पाकिस्तान और अमेरिका के संबंधों में बहुत बदलाव आने वाला नहीं है। प्रो पंत ने कहा कि बाइडन के इस बयान का पाकिस्तान सरकार पर मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ रहा था। उन्होंने कहा कि व्हाइट हाउस के इस बयान को इस रूप में लेना चाहिए कि पाकिस्तान में अमेरिका के प्रति उपजे सेंटीमेंट का बचाव करना है।
