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इजराइल के राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री और दक्षिणपंथी नेता इतमार बेन गिवीर ने अल-अक्सा मस्जिद परिसर का दौरा किया। इस पर इस्लामिक देशों ने आपत्ति जताई है।
मंगलवार को इजराइल के सुरक्षा मंत्री इतमार बेन गिवीर सुरक्षा घेरे के साथ यरुशलम की 'अल-अक्सा' मस्जिद पहुंचे और परिसर का दौरा किया। गिवीर के इस दौरे को लेकर सऊदी अरब, यूएई और कई इस्लामिक देशों के साथ चीन ने भी आपत्ति जताई है। इतना ही नहीं इसे लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की बैठक बुलाई है। वहीं फ़लस्तीनी प्रशासन ने इसे उकसावे वाला कदम बताया है।
बता दें कि अल-अक़्सा मस्जिद को मक्का-मदीना के बाद इस्लाम का सबसे पवित्र स्थल माना जाता है। वहीं यहूदियों के लिए भी यह जगह सबसे पवित्र मानी जाती है। इसके अलावा यहूदी मस्जिद परिसर में जा सकते हैं, लेकिन उनके प्रार्थना करने पर रोक है।
फ़लस्तीनी संगठन हमास से मिली चेतावनी के बीच बेन गिवीर ने अल अक्सा मस्जिद का दौरा किया। इसके बाद इजराइली मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि "टेंपल माउंट सबके लिए खुला है, हमारी सरकार हमास की धमकियों के सामने आत्मसमर्पण नहीं करेगी।" वहीं फ़लस्तीनी क्षेत्र के प्रधानमंत्री मोहम्मद श्तेयाह ने इसे 'मस्जिद को यहूदी मंदिर' में बदलने की कोशिश बताया है।
वहीं बेंजामिन नेतन्याहू के प्रधानमंत्री बनने के बाद इसराइल और फ़लस्तीनियों के बीच दशकों पुराना विवाद फिर से गहराने लगा है। इजराइली मंत्री के इस दौरे को फ़लस्तीनी यथास्थिति बदलने की कोशिश के तौर पर देख रहे है।
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