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बैंगनी रंग के क्यों नहीं होते किसी भी देश के झंडे! बेहद रोचक है वजह, क्या आपको है पता?

Renuka Sahu
6 Nov 2021 3:50 AM GMT
बैंगनी रंग के क्यों नहीं होते किसी भी देश के झंडे! बेहद रोचक है वजह, क्या आपको है पता?
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फाइल फोटो 

किसी भी देश के लिए उसका राष्ट्रीय ध्वज उसकी आन-बान-शान होता है.

जनता से रिश्ता वेबडेस्क। किसी भी देश के लिए उसका राष्ट्रीय ध्वज (National Flag of Countries) उसकी आन-बान-शान होता है. देश का हर नागरिक, सेना और उसकी सरकारें झंडे के मान-सम्मान के लिए हर कदम उठाती हैं. झंडों पर नजर आने वाले रंग के मायने होते हैं. जैसे भारत के तिरंगे (Indian National Flag) में केसरिया रंग साहस और बलिदान का प्रतीक है, वहीं सफेद रंग सच्चाई, शांति और पवित्रता का प्रतीक है तो हरा रंग संपन्नता की निशानी माना जाता है. इसी तरह अलग-अलग देशों के झंडों का मतलब भी अलग-अलग होता है मगर क्या आपने कभी किसी भी देश के राष्ट्रीय ध्वज में बैंगनी रंग (Purple Colour in National Flags) देखा है? शायद आपने कभी नहीं देखा होगा क्योंकि झंडों में बैंगनी रंग बेहद दुर्लभ (Purple Colour Rare in National Flags) होता है. इसके पीछे की वजह बेहद रोचक है जो शायद आप नहीं जानते होंगे.

वर्ल्डोमीटर्स worldometers वेबसाइट के अनुसार दुनिया में 195 देश हैं. इनमें से सिर्फ 2 ऐसे देश हैं जिनके राष्ट्रीय ध्वज पर बैंगनी रंग है. बाकी दुनिया के किसी भी देश के झंडे पर पर्पल रंग नहीं है. इसके पीछे की वजह भी काफी रोचक है. दरअसल, 1800 के वक्त तक बैंगनी रंग को बनाना बेहद कठिन और महंगा हुआ करता था. क्वीन एलिजाबेथ ने तो ये घोषणा कर दी थी कि रॉयल फैमिली के अलावा कोई भी बैंगनी रंग नहीं पहनेगा. इस वजह से बैंगनी रंग को हासिल करना आम लोगों के बस की बात नहीं थी.
बैंगनी रंग को हासिल करना था बेहद मुश्किल
दरअसल, उन दिनों बैंगनी रंग लेबनान के छोटे समुद्री घोंघे से पाया जाता था, जिसे जुटाना काफी मुश्किल होता था. एक ग्राम बैंगनी रंग बनाने के लिए 10 हजार से ज्यादा घोंघे मारे जाते थे, जिनसे वो रंग निकलता था. इसके बाद डाई बनाने के लिए भी काफी मेहनत लगती थी जिससे डाई का खर्च भी बढ़ जाता था. उन दिनों 1 पाउंड बैंगनी डाई खरीदने का खर्च 41 लाख रुपये से ज्यादा था. इस कारण से देशों ने अपने झंडों में बैंगनी रंग रखना मुनासिब नहीं समझा. हालांकि 1856 में विलियन हेनरी पर्किन सिंथेटिक बैंगनी डाई बनाने में कामयाब हुए जिसके बाद इसकी कीमतें कम होने लगीं, मगर देशों ने फिर बैंगनी रंग को त्याग ही दिया.
दो देशों के झंडे में है बैंगनी रंग
अब आपको उन देशों के बारे में बताते हैं जिनके झंडे में बैंगनी रंग देखने को मिलता है. पहला देश है डॉमिनिका (Dominica) जिसके ध्वज को साल 1978 में अपनाया गया था.
दूसरा देश है निकारागुआ (Nicaragua) जिसके ध्वज को 1908 में अपनाया गया था और इसे आधिकारिक मान्यता 1971 में मिली थी. स्पेन के राष्ट्रीय ध्वज में भी कुछ वक्त तक बैंगनी रंग देखने को मिलता था.


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