लंदनः हजारों की संख्या में ब्रिटेन के नागरिकों ने भारत की ट्रिप कैंसिल की है। इसके पीछे वीजा नियमों में कथित बदलाव बताया जा रहा है। द टाइम्स यूके की रिपोर्ट के अनुसार, अंतिम समय में पर्यटक वीजा नियम में बदलाव के कारण हजारों ब्रिटिश नागरिकों ने भारत की यात्राएं रद्द कर दीं। पहले यूके में वीजा केंद्रों पर वीजा के लिए खुद को की मौजूदगी जरूरी नहीं होती थी। लेकिन नियम में अचानक बदलाव के कारण ब्रिटेन के लोगों को ब्रिटेन में वीजा केंद्रों पर खुद को पेश करना पड़ रहा है जिसकी वजह से कई नागरिकों ने भारत का दौरा रद कर दिया है।
इस रिपोर्ट में लिखा गया है कि अब तक हजारों ब्रिटिश पर्यटक भारत जाने के लिए वीजा हासिल करने के लिए वीजा एजेंटों पर निर्भर थे। लेकिन अचानक एक नोटिफिकेशन आया जिसमें वीजा प्राप्त करने के लिए व्यक्ति की मौजूदगी अनिवार्य कर दी गई। रिपोर्ट में कहा गया है कि इस प्रक्रिया में एक और बाधा तब पैदा हुई जब बताया गया कि अगले दो महीनों तक ब्रिटेन के लोगों के लिए कोई अपॉइंटमेंट ही उपलब्ध नहीं है। इसके परिणामस्वरूप भारत आने वाले हजारों ब्रिटिश यात्रियों ने अपनी छुट्टियों की योजना रद्द कर दी।
लंदन में भारतीय उच्चायोग ने हालांकि कहा कि वीजा नियमों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। उच्चायोग के मुताबिक ब्रिटिश पासपोर्ट धारकों को एक ऑटोमैटिक मैसेज के जरिए नियमों में बदलाव के बारे में सूचित किया गया था। 9 वीजा प्रोसेसिंग सेंटर (VFS) में सभी अपॉइंटमेंट कम से कम 18 नवंबर तक बुक दिखा रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, VFS ग्लोबल ने कहा कि यह निर्णय इस बात पर जोर देने के लिए लिया गया था कि यात्रियों को व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होना चाहिए क्योंकि थर्ड-पार्टी वीजा कंपनियों द्वारा बड़ी संख्या में प्रशासनिक गलतियां की गई थीं।
इस बीच भारतीय उच्चायोग ने यहां कहा कि वह भारत की यात्रा के लिए वीजा दिलाने के वास्ते अनधिकृत एजेंट द्वारा अवैध शुल्क वसूले जाने की खबरों की जांच कर रहा है। उच्चायोग ने ब्रिटिश मीडिया के एक वर्ग में किए गए उन दावों को भी खारिज कर दिया, जिनमें कहा गया था कि अचानक वीजा नियमों में बदलाव कर दिया गया है जिससे ब्रिटिश पर्यटक प्रभावित हुए हैं। साथ ही, कहा कि वीजा के आवेदकों से सदा ही उच्चायोग के लंदन स्थित आउटसोर्स वीएफएस ग्लोबल केंद्रों में खुद अर्जी देने की उम्मीद की जाती है।