x
पेरिस में शुक्रवार को करीब 50 पुलिस अधिकारी अपने वाहनों के साथ एफिल टावर के पास इकट्ठा हुए |
जनता से रिश्ता वेबडेस्क| रिस में शुक्रवार को करीब 50 पुलिस अधिकारी अपने वाहनों के साथ एफिल टावर के पास इकट्ठा हुए और अपने वाहनों के सायरन बजा कर फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के हालिया बयानों पर विरोध दर्ज कराया। दरअसल मैक्रों ने हाल ही में एक साक्षात्कार दिया था जिसके बाद पुलिस अधिकारियों में रोष है। दो संगठनों ने पहचान जांच नहीं करने की धमकी भी दी है।
प्रदर्शन में शामिल एक अधिकारी ने कहा, ''हम राष्ट्रपति और नेताओं से बस इतना ही कहना चाहते हैं कि हम न ही नस्लवादी हैं और न ही हिंसक बस पुलिस अधिकारी हैं।" उन्होंने कहा कि संगठन इस प्रदर्शन का हिस्सा नहीं हैं। उन्होंने कहा, ''अगर हमारी बात नहीं सुनी गई, तो इसके बढ़ने का खतरा है।"
गौरतलब है कि फ्रांस में पुलिस अधिकारियों को हड़ताल करने अथवा प्रदर्शन करने का अधिकार नहीं हैं, ऐसे में पुलिस अधिकारियों के इस तरह से इकट्ठा होने को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा हैं। मैक्रों ने एक सप्ताह पहले एक साक्षात्कार में ''पुलिस बर्बरता" शब्द को खारिज किया था, लेकिन पुलिस के द्वारा और पुलिस के साथ किसी भी प्रकार की हिंसा को गलत ठहराया था। उन्होंने कहा था कि जो अधिकारी हिंसक है ''उन्हें दंडित किया जाना चाहिए।"
उन्होंने कहा था कि जनवरी में इंटरनेट पर एक ऐसा मंच बनाया जाएगा जहां लोग बता सकते हैं कि उनके साथ कहां और किस प्रकार का भेदभाव हो रहा है। दरअसल देश में पुलिस के गलत बर्ताव के मामले ने उस वक्त तूल पकड़ा जब सोशल मीडिया पर एक तस्वीर सामने आई जिसमें एक पुलिसकर्मी एक अश्वेत व्यक्ति को पीटता दिखाई दे रहा है।
Next Story