WHO की चेतावनी, बेहद खतरनाक साबित हो सकता है नए वैरिएंट ओमिक्रॉन
बीते कुछ महीनों से दुनिया भर में कोरोना से मिली राहत के फिर एक बार खत्म होने का डर पैदा हो गया है। द. अफ्रीका में पहली बार पाए गए ओमिक्रॉन वैरिएंट के तेजी से पैर पसारने का खतरा है और इसके चलते भारत जैसे देशों में बड़ा संकट पैदा हो सकता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी इसे लेकर चेतावनी देते हुए कहा है कि इसका रिस्क बहुत हाई है और कुछ इलाकों में यह बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। संयुक्त राष्ट्र की संस्था ने अपने 194 सदस्य देशों को दी सलाह में कहा कि वे वैक्सीनेशन के अभियान को तेज रखें। WHO ने कहा कि ओमिक्रॉन के बहुत ज्यादा म्यूटेंट्स हैं। इनमें से कुछ ऐसे हैं, जो बड़ा विस्फोट कर सकते हैं।
हालांकि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि ओमिक्रॉन के वैक्सीन से मिली इम्युनिटी को भी मात देने की आशंका को लेकर जांच करनी होगी। WHO ने कहा कि अगले कुछ सप्ताह में इस बारे में और डेटा सामने आएगा, इससे तस्वीर ज्यादा सही सामने आएगी। इस बीच महामारी विज्ञानियों का अनुमान है कि इस सप्ताह के अंत तक द.अफ्रीका में ओमिक्रॉन वैरिएंट के चलते हर दिन 10,000 तक नए केस मिल सकते हैं। दक्षिण अफ्रीका की आबादी को देखते हुए यह बड़ा आंकड़ा है। द. अफ्रीका के एक्सपर्ट डॉ. सलीम अब्दुल करीम ने कहा, 'हमारा अनुमान है कि इस सप्ताह के अंत तक हम दर दिन 10,000 के करीब केसों तक पहुंच सकते हैं।'
इस बीच पुर्तगाल की फुटबॉल टीम के 13 खिलाड़ी कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट से पॉजिटिव पाए गए हैं। पुर्तगाल के नेशनल हेल्थ इंस्टिट्यूट ने कहा कि जिन लोगों को पॉजिटिव पाया गया है, उममें से एक शख्स हाल ही में द. अफ्रीका गया था। द. अफ्रीका में ही ओमिक्रॉन वैरिएंट का पहला केस दर्ज किया गया था। अन्य खिलाड़ियों ने दक्षिण अफ्रीका का दौरा नहीं किया था, इसलिए माना जा रहा है कि यह लोकल ट्रांसमिशन का पहला मामला है। इससे पहले मोजाम्बिक से आए दो लोग शनिवार को भी संक्रमित पाए गए थे। इनमें से एक शख्स कोरोना के डेल्टा वैरिएंट से पीड़ित था, जबकि दूसरे के बारे में अभी जानकारी नहीं मिल पाई है।
ओमिक्रॉन वैरिएंट के नए केसों को देखते हुए दुनिया भर में पाबंदियां बढ़नी तेज हो गई हैं। जापान ने अब किसी भी अंतरराष्ट्रीय विजिटर के आने पर रोक लगा दी है। इस महीने जापान ने दूसरे देशों के लोगों को आने की अनुमति दी थी, लेकिन सावधानी बरतते हुए यह फैसला लिया है। फिलहाल वैज्ञानिकों ने इस पर कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी है कि यह वैरिएंट पहले वालों के मुकाबले कमजोर है या फिर ज्यादा संक्रामक है। लेकिन इससे पहले ही ब्रिटेन, जापान, जर्मनी जैसे देशों ने पाबंदियां दौर शुरू कर दिया है। यही नहीं भारत ने भी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को लेकर नए नियम लागू किए हैं। इसके तहत एयरपोर्ट पर रैंडम टेस्टिंग में इजाफा किया जाएगा। इसके अलावा भारत आने के लिए कोरोना निगेटिव रिपोर्ट और ट्रैवल हिस्ट्री के बारे में भी बताना होगा।